इस बार चिड़ियाघर के जानवरों को कूलर, पंखें के अलावा मिलेगी ये फाइव स्टार सुविधा
बढ़ती गर्मी से चिड़ियाघर में जानवरों और पक्षियों को राहत पहुंचाने की कवायद तेज हो गई है। इसी क्रम में यहां कूलर-पंखों के साथ जानवरों के बाड़े के अंदर छोटे-छोटे स्विमिंग पूल यानी तालाब बनाए गए हैं। इनमें जानवर दोपहर के समय बैठ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। बढ़ती गर्मी से चिड़ियाघर में जानवरों और पक्षियों को राहत पहुंचाने की कवायद तेज हो गई है। इसी क्रम में यहां कूलर-पंखों के साथ जानवरों के बाड़े के अंदर छोटे-छोटे स्विमिंग पूल यानी तालाब बनाए गए हैं। इनमें जानवर दोपहर के समय बैठ रहे हैं।
तालाब में रोजाना नया पानी भरा जाता है, ताकि जानवरों को किसी भी प्रकार का संक्रमण न हो सके। चिड़ियाघर के निदेशक रमेश कुमार पांडेय ने बताया कि पिछले दो सप्ताह से लगातार बाघ, भालू और शेर के बाड़े में कूलर चलाएं जा रहे हैं। वहीं, हाथी और हिरण के बाड़ों में पंखे चलाए जा रहे हैं। इनके बाड़ों में पहले से बने तालाबों में पानी भरा जा रहा है, जिसमें आकर वह बैठते हैं।
दिल्ली में चिड़ियाघर एक अप्रैल से खोल दिया गया है। चिड़ियाघर के निदेशक रमेश पांडे ने बताया कि टिकट बुक ऑनलाइन बुक किया जा रहा है। टिकट की कीमत 40 रुपये से बढ़ाकर 80 रुपये कर दी गई है। माना जा रहा है कि भीड़ की संख्या में कमी करने के लिए टिकट के दाम बढ़ाए गए थे हालांकि इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया था। ऑनलाइन टिकट बुकिंग से लोगों को लंबी-लंबी लाइनें नहीं लगाना पड़ेगा। इसके अलावा लोगों का समय भी बचेगा।
चिड़ियाघर की वेबसाइट पर इसका इतिहास, जानवरों की संख्या समेत अन्य जानकारियां लोगों को मिल रही हैं। लोगों को ऑनलाइन के जरिए घर बैठे टिकट बुक करने की सुविधा दी गई है। इसके लिए चिड़ियाघर की वेबसाइट www.nzpnewdelhi.gov.in पर जाना होगा।
बता दें चिड़ियाघर का उद्घाटन 1 नवंबर 1959 को केंद्रीय मंत्री पंजाब राव देशमुख ने किया था। सन् 1982 में इसे देश के अन्य चिड़ियाघरों के लिए आदर्श मानते हुए राष्ट्रीय प्राणी उद्यान का दर्जा दिया गया। 176 एकड़ क्षेत्रफल में स्थापित चिड़ियाघर में हाथी, शेर समेत तमाम तरह जानवर पाए जाते हैं। दिल्ली के पर्यटन में प्रमुख केंद्र चिड़ियाघर भी है।