सुहागरात के बाद सामने आई पति की सच्चाई तो उड़ गए उत्तर प्रदेश की युवती के होश
Fake Marriage Certificate दिल्ली में आरोपित ने शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बना लिया था। इसके बाद आरोपित ने पीड़िता से गाजियाबाद में शादी कर ली लेकिन बाद में पीड़िता को मालूम हुआ कि शादी का प्रमाण पत्र फर्जी था। इस बीच वह पीड़िता से दुष्कर्म करता रहा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। बाहरी दिल्ली के रोहिणी इलाके में फर्जी शादी का प्रमाण पत्र बनाकर छात्रा से दुष्कर्म व ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। पीड़िता की शिकायत पर रोहिणी साउथ थाना पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है। आरोपित ग्रेटर नोएडा स्थित एक इंजीनियरिंग कालेज का शिक्षक है। जानकारी के अनुसार 20 वर्षीय पीडि़ता न्यू अशोक नगर इलाके में रहती है। पीड़िता ने बताया कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान दो साल पहले उसकी मुलाकात ग्रेटर नोएडा स्थित इंजीनियरग कॉलेज के आरोपित शिक्षक से हुई थी। इसके बाद दोनों में दोस्ती हो गई थी।
आरोप है कि पीड़िता आरोपित के साथ रोहिणी सेक्टर तीन स्थित फ्लैट में आई थी, जहां आरोपित ने शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बना लिया था। इसके बाद आरोपित ने पीड़िता से गाजियाबाद में शादी कर ली, लेकिन बाद में पीड़िता को मालूम हुआ कि शादी का प्रमाण पत्र फर्जी था। इस बीच वह पीड़िता के साथ लगातार दुष्कर्म करता रहा। पीड़िता ने उसका विरोध किया तो वह एमएमएस बना कर उसे ब्लैकमेल करने लगा। जिसके बाद पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की। वहीं, दिल्ली पुलिस अब पूरे मामले की जांच में जुट गई है। यह भी जानकारी सामने आई है कि युवती के साथ शादी के बाद आरोपित ने सुहागरात भी मनाई और इसके बाद लगातार शादी के बहाने दुष्कर्म करता रहा।
गौरतलब है कि अप्रैल, 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला में कहा था कि शादी का झांसा देकर किसी महिला के साथ यौन संबंध बनाना दुष्कर्म जैसा है, क्योंकि यह महिला के सम्मान पर गहरा आघात है। न्यायमूर्ति एल. नागेश्वर राव और एमआर शाह ने ने अपने फैसले में माना था कि किसी महिला के सम्मान पर गहरा आघात है और अगर सच्चाई यह है कि शोषित महिला और उसके साथ दुष्कर्म करने वाला व्यक्ति अपने परिवार का ध्यान रख रहा है।