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2012 nirbhaya case: जल्लाद के 48 घंटों में तिहाड़ पहुंचने की आहट, कैदियों से रखी जाएगी दूरी

2012 Delhi Nirbhaya case चारों दोषी कानूनी प्रावधानों के तहत फांसी से बचने की जुगत में लगे हैं। बावजूद इसके तिहाड़ जेल में चारों दोषियों को फांसी देने की प्रक्रिया जारी है।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 15 Jan 2020 01:21 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jan 2020 01:21 PM (IST)
2012 nirbhaya case: जल्लाद के 48 घंटों में तिहाड़ पहुंचने की आहट, कैदियों से रखी जाएगी दूरी
2012 nirbhaya case: जल्लाद के 48 घंटों में तिहाड़ पहुंचने की आहट, कैदियों से रखी जाएगी दूरी

नई दिल्ली [गौतम कुमार मिश्रा]। 2012 Delhi Nirbhaya case: निर्भया मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस द्वारा जारी डेथ वारंट के मुताबिक, अगले सप्ताह आज ही के दिन यानी बुधवार को चारों दोषियों सुबह 7 बजे फांसी पर लटका दिया जाएगा। इस बीच चारों दोषी कानूनी प्रावधानों के तहत फांसी से बचने की जुगत में लगे हैं। बावजूद इसके तिहाड़ जेल में चारों दोषियों को फांसी देने की प्रक्रिया जारी है। इस बीच जल्लाद पवन मेरठ से दिल्ली की तिहाड़ जेल में पहुंचने पर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे। उसे कैदियों से बहुत दूर रखा जाएगा।  

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17 जनवरी तक जेल पहुंच जाएगा जल्लाद

डेथ वारंट जारी होने के बाद जेल अधिकारी अब उस वक्त क इंतजार कर रहे हैं, जब जल्लाद तिहाड़ पहुंच जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि 17 जनवरी को जल्लाद तिहाड़ पहुंच जाएगा। जेल सूत्रों का कहना है कि अभी हो रहे ट्रायल को पूरा तभी माना जाएगा, जब जल्लाद खुद इस प्रक्रिया में मौजूद हो और फंदे पर लटकाने के लिए लीवर को दबाए। हालांकि जेल में इसके पूर्व दो अलग अलग मामलों में फांसी के दौरान जल्लाद की भूमिका जेल अधिकारी ने ही निभाई थी, लेकिन इस बार जेल प्रशासन यह स्पष्ट कर चुका है कि जल्लाद का इंतजाम किया जा रहा है।

जेल सूत्रों का कहना है कि भले ही उत्तर प्रदेश जेल विभाग की ओर से जल्लाद के इंतजाम के लिए सहमति मिल चुकी है, लेकिन जब तक जल्लाद जेल परिसर पहुंच नहीं जाता, तब तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता। जेल सूत्रों का कहना है कि प्रशासन इस कोशिश में है कि जल्लाद हर हाल में 17 जनवरी तक तिहाड़ परिसर में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दे। 17 को जल्लाद उपलब्ध कराने का अनुरोध उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों से भी किया गया है।

सेमी ओपन जेल परिसर में रखा जाएगा जल्लाद को

तिहाड़ जेल प्रशासन निर्भया के दोषियों को फंदे पर लटकाने वाले जल्लाद के रहने के इंतजाम में अभी से जुट गया है। जेल सूत्रों की मानें तो जल्लाद को तिहाड़ के सेमी ओपन जेल परिसर में रखा जाएगा। परिसर में बने एक क्वार्टर को खाली कराया जा रहा है। तिहाड़ परिसर आने के बाद से फांसी की प्रक्रिया पूरी होने तक जल्लाद की सुरक्षा को लेकर जेल प्रशासन पूरी तरह सतर्क रहेगा।

सुरक्षा भी बढ़ाई जाएगी

सेमी ओपन, ओपन या अन्य जेलों के कैदी की जल्लाद से मुलाकात नहीं हो, इसे ध्यान में रखते हुए एक सुरक्षाकर्मी 24 घंटे क्वार्टर के पास तैनात रहेगा। जेल सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश जेल विभाग की ओर से तिहाड़ को अवगत कराया जा चुका है कि वे एक जल्लाद का ही इंतजाम कर पाए हैं। तिहाड़ ने दो जल्लाद उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। ऐसे में अब यह स्पष्ट हो चुका है कि एक ही जल्लाद चारों दोषियों को फांसी पर लटकाएगा।

60 हजार रुपये मिलेगा मेहनताना

जेल सूत्रों का कहना है कि चार दोषियों को फांसी देने के एवज में जल्लाद को दिए जाने वाले मेहनताने पर अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन करीब 60 हजार रुपये भुगतान करने की संभावना है।

फांसी से दो दिन पहले कराई जाएगी अंतिम मुलाकात

जेल सूत्रों का कहना है कि अभी दोषियों को अंतिम मुलाकात के बारे में नहीं बताया गया है। अभी हफ्ते में दो दिन उनकी परिजनों से मुलाकात कराई जा रही है। आने वाले दो-तीन दिनों में सभी दोषियों को अंतिम मुलाकात के बारे में बता दिया जाएगा, ताकि वे परिजनों से मिल सकें। संभावना है कि फांसी के लिए तय दिन से दो दिन पहले 20 जनवरी को दोषियों की परिजनों से अंतिम मुलाकात कराई जाएगी।


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