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हाई सिक्योरिटी सेल में बंद आतंकी व गैंग्स्टरों की बदली जाएगी जेल

जेल सूत्रों ने बताया कि एक ही जेल में काफी दिनों तक रहने के बाद आतंकी व गैंग्स्टर सुरक्षाकर्मी व जेल कर्मचारियों के साथ सांठगांठ करने में सफल हो जाते हैं। वे पैसे के लालच व अन्य प्रलोभन देकर उनकी मदद लेते हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sun, 14 Mar 2021 07:45 AM (IST)Updated: Sun, 14 Mar 2021 08:12 AM (IST)
हाई सिक्योरिटी सेल में बंद आतंकी व गैंग्स्टरों की बदली जाएगी जेल
बदमाश जेल से ही अपना नेटवर्क चलाने में सक्षम हो जाते हैं।

नई दिल्ली [भगवान झा]। उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर स्कार्पियो में मिले विस्फोटक मामले का तार तिहाड़ से जुड़ने के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर तमाम तरह के सवाल उठ रहे हैं। तिहाड़ में दहशत का नेटवर्क इतना गहरा है कि कुख्यात आतंकी व गैंग्स्टर जेल में बैठे-बैठे ही आपराधिक वारदात को मनमुताबिक अंजाम दे रहे हैं। ताजा मामले में अपनी किरकिरी होता देख जेल प्रशासन आननफानन में हाई सिक्योरिटी सेल में बंद कुख्यात आतंकी व गैंग्स्टर के जेल बदलने की तैयारी में जुट गया है। ज्ञात हो कि तिहाड़ परिसर में नौ जेल के अलावा मंडोली व रोहिणी में भी जेल है।

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जेल सूत्रों ने बताया कि एक ही जेल में काफी दिनों तक रहने के बाद आतंकी व गैंग्स्टर सुरक्षाकर्मी व जेल कर्मचारियों के साथ सांठगांठ करने में सफल हो जाते हैं। वे पैसे के लालच व अन्य प्रलोभन देकर उनकी मदद लेते हैं और इसी का नतीजा है कि जेल के अंदर मोबाइल, स्मैक, चरस तक आसानी से पहुंच जाता है । बदमाश जेल से ही अपना नेटवर्क चलाने में सक्षम हो जाते हैं। अब जेल प्रशासन इनके गठजोड़ को खत्म करने के लिए जेल बदलने की तैयारी में जुटा हुआ है। साथ ही इन्हें एक जेल में ज्यादा दिनों तक नहीं रखा जाएगा। जेल बदलने की प्रक्रिया नियत समय पर चलती रहेगी। इसके अलावा हाई सिक्योरिटी सेल की सुरक्षा में लगातार एक सुरक्षाकर्मी को ज्यादा दिनों तक नहीं लगाया जाएगा। तिहाड़ में छोटा राजन, इंडियन मुजाहिदीन का आतंकी तहसीन अख्तर, शाहबुद्दीन, गैंग्स्टर नीरज बवानिया सहित कई कुख्यात आतंकी व बदमाश बंद हैं।

तिहाड़ जेल से आपराधिक गतिविधियों का संचालन कोई नई बात नहीं है। आए दिन वहां बंद आतंकी और गैंग्स्टर जेल से ही अपने नेटवर्क का संचालन करते हैं। ताजा मामले में तहसीन अख्तर का नाम सुर्खियों में आया है। लेकिन इससे पहले भी पुलिस और जांच एजेंसियों की कार्रवाई में तिहाड़ में बंद आतंकी व गैंग्स्टर की संलिप्तता सामने आती रही है। वे जेल के अंदर से ही फोन के माध्यम से अपने गुर्गों को निर्देश देते हैं और हत्या व उगाही की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। नजफगढ़ थाने के सामने सुशील नामक शख्स की हुई हत्या मामले में जांच के दाैरान यह बात सामने आई कि बदमाश अंकुश तिहाड़ से ही वीडियो काल पर हत्या की वारदात देख रहा था।


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