ऑनलाइन क्लास में अशांति पैदा करने का आरोप लगा थमा दिया टीसी, पेरेंट्स दे रहे धरना
छोटे बच्चे को अशांत रहने के कारण टीसी दिया गया है। ऑनलाइन क्लास में बच्चे की मदद के लिए बैठे पेरेंट कहते हैं कि अशांति फैलाने का आरोप स्कूल द्वारा मढ़ना बिल्कुल गलत है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। रोहिणी सेक्टर 24 स्थित एड्रिएल हाई स्कूल में पहली कक्षा के छात्र को यह कहकर टीसी (ट्रांसफर सíटफिकेट) दे दिया गया कि ऑनलाइन क्लास के दौरान उसके अभिभावक अशांति पैदा करते हैं। जबकि अभिभावक का कहना है कि बच्चा छोटा है, इसलिए उसके साथ किसी का होना जरूरी है। स्कूल के इस रवैये से खफा बच्चे के माता-पिता और दादा-दादी स्कूल के गेट पर एक हफ्ते से धरना दे रहे हैं, लेकिन उनकी कोई बात नही सुनी गई है।
स्कूल प्रबंधन नहीं कर रहा बात
इस मामले में जब स्कूल प्रबंधन से बात करने का प्रयास किया गया तो उनकी ओर से कोई जवाब नही मिला। बच्चे के पिता अश्विनी गुप्ता ने बताया ऑनलाइन कक्षा के दौरान सवाल के जवाब न आने पर म्यूट बटन दबाना होता है, लेकिन कई बार बच्चे गलती से म्यूट बटन को सही समय पर नही बंद कर पाते।
मदद के लिए बैठना होता है
छोटे बच्चे के साथ मदद के लिए उन्हें भी बैठना पड़ता है। ऐसे में कक्षा के दौरान अशांति फैलाने का आरोप स्कूल द्वारा मढ़ना गलत है। उनका यह भी कहना है कि बच्चों को ऑनलाइन 12 सवाल लिखने को कहा जाता है, लेकिन उसके लिए उन्हें उतना वक्त नहीं दिया जाता। उन्होंने बताया कि इससे पहले वाट्सएप पर स्कूल द्वारा बनाए गए पेरेंट्स ग्रुप से जुड़ने के बाद उन्हें यह मालूम हुआ कि एक ही कक्षा में प्रत्येक बच्चे से अलग-अलग फीस ली जा रही है, जिसके खिलाफ शिकायत की गई थी। इसे लेकर कुछ नोंकझोंक हुई थी। उसके बाद उन्हें ग्रुप से हटा दिया गया।
यही नहीं कई अन्य पेरेंट्स को भी ग्रुप से निकाल दिया गया। स्कूल के सामने आज बड़े स्तर पर धरना-प्रदर्शन दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन की ओर से शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों को इस मामले में पत्र लिखकर शिकायत की गई है। एसोसिएशन की अध्यक्ष अपराजिता गौतम का कहना है कि दिल्ली सरकार के निर्देशानुसार के अनुसार यदि कोई बच्चा फीस नही दे पाता तो उसे नहीं हटाया जा सकता। ऑनलाइन कक्षा के दौरान कोई अशांति क्यों पैदा करेगा।