1417 दिन में तलवार दंपती ने कमाए 49,500 रुपये को लेकर किया ये फैसला
डासना जेल में सजा के दौरान चार साल तक तलवार दंपती ने यहां कैदियों को मेडिकल सेवाएं दी।
गाजियाबाद (जेएनएन)। बेटी आरुषि की हत्या के आरोप में तकरीबन चार साल तक जेल में बंद रहने के बाद सोमवार को पिता राजेश तलवार और मां नूपुर तलवार की रिहाई संभव होने जा रही है। जेल में बंद रहने के दौरान बतौर कैदी राजेश और नूपुर तलवार तकरीबन 1417 दिनों तक जेल में रहे। इस दौरान 49,500 रुपये का मेहनाता लेने से उन्होंने इन्कार कर दिया है।
बता दें कि डासना जेल में सजा के दौरान चार साल तक तलवार दंपती ने यहां कैदियों को मेडिकल सेवाएं दी। इसका मेहनताना 49,500 रुपये होता है।
डासना जेल के जेलर डी मौर्या के मुताबिक, राजेश और नूपुर तलवार ने जेल में रहने के दौरान जो मेडिकल सेवाएं दी है उसके लिए मिलने वाले पैसे लेने से इनकार कर दिया है। जेलर का कहना है कि मिले 49,500 रुपये दान करने के लिए कहा है।
जेलर ने बताया कि जेल से रिहा होने के बाद तलवार दंपति यहां आते रहेंगे और कैदियों को अपनी सेवाएं देते रहेंगे। देश के साथ दुनिया को भी हिला देने वाले आरुषि और हेमराज हत्याकांड मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा बरी किए गए राजेश और नूपुर तलवार महीने में हर 15 दिनों के अंतराल में गाजियाबाद की डासना जाएंगे।