एलजी और सीएम अरविंद केजरीवाल ने की बात, राजधानी होने के नाते अब दिल्ली में बनाया जाए विश्वस्तरीय ड्रेनेज सिस्टम
उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये ड्रेनेज सिस्टम को लेकर समीक्षा बैठक की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने दावा किया कि दिल्ली में विश्वस्तरीय ड्रेनेज सिस्टम बनाया जाएगा। दिल्ली देश की राजधानी है इसलिए यहां का ड्रेनेज सिस्टम सबसे बेहतर होना चाहिए।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। मानसून में पहली बार हुई झमाझम बारिश ने दिल्ली को पानी-पानी कर दिया। इससे दिल्ली के लोग दिनभर जलभराव और जाम की समस्या से जूझते रहे। इसे लेकर उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये ड्रेनेज सिस्टम को लेकर समीक्षा बैठक की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने दावा किया कि दिल्ली में विश्वस्तरीय ड्रेनेज सिस्टम बनाया जाएगा। दिल्ली देश की राजधानी है, इसलिए यहां का ड्रेनेज सिस्टम सबसे बेहतर होना चाहिए। उन्होंने सभी विभागों को ड्रेनेज सिस्टम के लिए अभ्यास शुरू करने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार की सभी एजेंसियों ने मिलकर बहुत अच्छा काम किया है। मिंटो ब्रिज इसका सुबूत है, इस बार मिंटो ब्रिज नहीं भरा है। ऐसा ही प्लान दिल्ली के अन्य 147 प्वाइंटों पर भी लागू करने की जरूरत है। सोमवार को ड्रेनेज सिस्टम को लेकर मुख्यमंत्री के सामने अधिकारियों ने कार्ययोजना भी रखी। इसके बाद उन्होंने कहा कि इसमें अभी और प्वाइंटों का जोड़े जाने की जरूरत है। मैपिंग कराएं तो 147 से ज्यादा ऐसे प्वाइंट मिलेंगे, जहां जलभराव होता है। सीएम ने कहा कि दिल्ली में कई जगह ऐसी हैं, जहां दिल्ली जल बोर्ड का नाला नगर निगम के नाले में मिलता है, लेकिन कोई तालमेल नहीं है। दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम में सुधार के लिए सभी एजेंसियां अभ्यास शुरू कर दें।
अगर सारी एजेंसियों से यह डिजाइन बन कर आए, तो हम उसे लागू भी कराएंगे। फिर साल में हमें एक बार नालों की सफाई करनी पड़ेगी। नालों की सफाई करने के बाद पूरा ड्रेनेज सिस्टम खुद ही काम करेगा। सीएम ने कहा कि जैसा कि एलजी साहब ने अभी कहा है कि जो ग्रीवांस नंबर है, इसके बारे में अभी बहुत से लोगों को पता नहीं है। इसको जितना हो सके, उतना लोकप्रिय करें। इसलिए इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जानकारी देनी चाहिए।
काफी कठिन हो सकते हैं तीन दिन
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री सत्येंद्र जैन ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि संभावना है कि तीन दिनों तक लगातार बारिश होगी। अगर ऐसा होता है तो अगले तीन दिन काफी कठिन होंगे। इसके लिए सब लोग तैयार रहें। दिन-रात बारिश हो सकती है। हमें रात में ज्यादा तैयारी रखनी पड़ेगी। हमारे पास 1500 से अधिक पंप सेट हैं, हमें उन सभी को अलर्ट पर रखना है। इस दौरान सभी अधिकारी और इंजीनियर हमेशा उपलब्ध रहेंगे, क्योंकि इनकी अगले कुछ दिनों तक 24 घंटे में कभी भी जरूरत पड़ सकती है।