Tablighi Jamaat gathering case: 294 विदेशी नागरिकों के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने दाखिल की 15 चार्जशीट
Tablighi Jamaat gathering case क्राइम ब्रांच ने दायर चार्जशीट में इन सभी विदेशी नागरिकों पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। Tablighi Jamaat gathering case: : हजरत निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में गैरकानूनी रूप से शामिल होने के बाद देशभर में कोरोना वायरस फैलाने के आरोपों में घिरे विदेशी नागरिकों पर शिकंजा कसने लगा है। बुधवार को भी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 294 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 15 चार्जशीट दाखिल की है। इसमें सभी विदेशी नागरिकों पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। बता दें कि इन सभी आरोपितों में से किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की गई है।
इससे पहले मंगलवार को भी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली की साकेत कोर्ट में 20 देशों के 85 विदेशी जमातियों के खिलाफ कुल 20 आरोप पत्र दायर किए गए थे।
इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने भारत देश के कई निर्देशों का उल्लंघन करने के साथ वीजा नियमों का भी उल्लंघन किया है। इसी के साथ दिल्ली पुलिस ने इन सभी के खिलाफ महामारी अधिनियम, डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट व धारा 144 के उल्लंघन में मामला दर्ज कर आरोपित बनाया है।
क्राइम ब्रांच का कहना है मरकज मामले में करीब 80 फीसद जांच पूरी हो चुकी है। विदेशी जमातियों से पूछताछ कर आरोप पत्र दायर किया जा रहा है। मौलाना मुहम्मद साद के भी तमाम कर्मचारियों व अन्य से विस्तृत पूछताछ की जा चुकी है। लॉकडाउन के बाद पुलिस मुख्य केस में नामजद साद व प्रबंधन से जुड़े छह मौलाना समेत मरकज में सक्रिय भूमिका निभाने वाले करीब 15 अन्य को गिरफ्तार कर पूछताछ की जाएगी।
बता दें कि क्राइम ब्रांच ने कड़ी मेहनत कर 950 विदेशी जमातियों को ढूंढ़ निकाला। आइसोलेशन व क्वारंटाइन सेंटरों में विदेशी जमातियों से पूछताछ करना क्राइम ब्रांच के लिए बड़ी चुनौती थी। विदेशी होने के नाते पुलिस पर अधिक दबाव था कि जल्द से जल्द इनसे पूछताछ कर कार्रवाई करने के बाद उन्हें अपने देश को सौंप दिया जाए।
यह भी जानिए
- दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने 31 मार्च को 34 देशों के करीब 943 विदेशी जमातियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
- आरोप है कि 13 मार्च को तब्लीगी मरकज के प्रमुख मौलाना साद ने मरकज में तीन दिन का विशेष आयोजन रखा था,इस दौरान विदेश के साथ देश में भी कोरोना संक्रमण फैलने लगा था।
- आरोप है कि तब्लीगी मरकज की ओर से कई देशों को निमंत्रण भेजे जाने पर बड़ी संख्या में विदेशी जमाती दिल्ली आए थे। ये पर्यटक वीजा पर आए थे और अवैध तरीके से मिशनरी काम में शामिल हो गए थे। इसके बाद ये 20 से अधिक राज्यों में गए और वहां पर इन्होंने जाने-अनजाने कोरोना वायरस फैलाया।