Tablighi Jamaat case: 83 विदेशी नागरिकों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, 900 से अधिक लोगों पर कसेगा शिकंजा
Tablighi Jamaat caseसभी 950 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 14 विदेशी अधिनियम डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट व महामारी अधिनियम के तहत केस दर्ज है।
नई दिल्ली, एएनआइ। Tablighi Jamaat case: मार्च महीने के अंत में देशभर में कोरोना का संकट पैदा करने वाले जमातियों पर दिल्ली पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इस कड़ी में दक्षिण दिल्ली की साकेत कोर्ट में 83 विदेशी नागरिकों को आरोपित बनाते हुए 20 चार्जशीट दाखिल की गई है, जिसमें इन पर कई संगीन आरोप लगाए गए हैं। इससे पहले दिल्ली पुलिस के सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि क्राइम ब्रांच कोरोना वायरस संक्रमण फेैलाने समेत कई अन्य मामलों में 950 विदेशी जमातियों को आरोपित बनाएगी। वहीं, चार्जशीट को लेकर अगली सुनवाई 12 जून को होगी।
गौरतलब है कि इन सभी 950 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 14 विदेशी अधिनियम, डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट व महामारी अधिनियम के तहत केस दर्ज है। क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि ये लोग टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। इन्हें पता था कि विश्व के कई देशों में कोरोना का संक्रमण फैला हुआ है। कोरोना वैश्विक महामारी घोषित हो चुका है। भारत में किसी भी तरह के आयोजनों पर सरकार की ओर से सख्त पाबंदी है। बावजूद इसके ये लोग सरकार के निर्देश का उल्लंघन करते हुए भारत आए। इससे साफ पता चलता है कि इनकी मंशा भारत में कोरोना का संक्रमण फैलाना था। दिल्ली पुलिस इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि किसी भी देश की पुलिस मिशनरी काम में शामिल होने की इजाजत नहीं देती है। ये लोग वीजा एक्ट का उल्लंघन कर अवैध रूप से तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे। जहां तक मरकज के प्रमुख मौलाना साद की गिरफ्तारी का सवाल है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि क्राइम ब्रांच व ईडी मौलाना साद के तमाम करीबियों, कर्मचारी, रिश्तेदारों आदि से विस्तृत पूछताछ की पर्याप्त सबूत जुटा चुकी है। बता दें कि तब्लीगी मकरज के मुखिया मौलाना मुहम्मद साद पर कई तरह के गंभीर आरोप लगे हैं।