Swine Flu: दिल्ली में बिना जांच के ही हो रहा मरीजों का इलाज, पीड़ितों की संख्या 1100 के पार
स्वाइन का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजस्थान के बाद इसके सबसे अधिक मामले दिल्ली में देखे जा रहे हैं। यहां अब तक इसके करीब 1100 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। स्वाइन का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजस्थान के बाद इसके सबसे अधिक मामले दिल्ली में देखे जा रहे हैं। यहां अब तक इसके करीब 1100 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। मौसम के मिजाज के मद्देनजर डॉक्टर कहते हैं कि बारिश के कारण ठंड बढ़ने से इसका संक्रमण और बढ़ेगा, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
वहीं, दूसरी ओर राजधानी के सरकारी अस्पतालों में स्वाइन फ्लू की जांच की पर्याप्त सुविधा नहीं है। यहां सिर्फ पांच सरकारी संस्थानों में ही इसकी जांच उपलब्ध है। वहीं, निजी लैब में इसकी जांच का खर्च महंगा है, इसलिए सरकारी अस्पतालों में ज्यादातर मरीजों का इलाज जांच के बगैर ही हो रहा है।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय का कहना है कि दिल्ली में करीब 15 लैब में इसकी जांच की सुविधा है। इसमें से पांच सरकारी व 10 निजी लैब हैं। सरकारी क्षेत्र के एम्स, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्यूनिकेबल डिजीज, सफदरजंग, आरएमएल अस्पताल व पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट में इसकी जांच की सुविधा है।
लोकनायक, जीटीबी, डीडीयू, अंबेडकर अस्पताल, बाड़ा हिंदू राव, संजय गांधी स्मारक सहित अन्य अस्पतालों में इसकी जांच नहीं होती। सभी अस्पतालों में जांच किट उपलब्ध कराई गई है। उन अस्पतालों से जांच के लिए मरीजों का सैंपल नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्यूनिकेबल डिजीज में भेजा जाता है, पर रिपोर्ट आने में तीन से चार दिन लगता है। तब तक स्वाइन फ्लू समझकर ही दवा दी जाती है।
निजी लैब 4500 रुपये में करेंगे स्वाइन फ्लू की जांच
सरकारी संस्थानों में स्वाइन फ्लू की जांच निशुल्क होती है, जबकि निजी लैब में जांच सामान्य तौर पर 9000 से 10,000 रुपये में होती है। दिल्ली में स्वाइन फ्लू के नोडल अधिकारी डॉ. एसएम रहेजा ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने निजी अस्पताल व लैब को 4500 रुपये में मरीजों की जांच करने का निर्देश दिया है।
मंत्रालय ने की समीक्षा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को देश के कई हिस्सों में स्वाइन फ्लू के संक्रमण की समीक्षा की। इसमें दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने रिपोर्ट देते हुए बताया कि राजधानी में स्वाइन फ्लू से एक मरीज की मौत हुई है। साथ ही स्वाइन फ्लू से पीड़ित पांच ऐसे मरीजों की मौत हुई है, जिन्हें पहले से दूसरी गंभीर बीमारियां थीं। यहां के अस्पतालों में बाहर से इलाज के लिए पहुंचे अन्य पांच मरीजों की भी मौत हुई है।