‘जवाब दो हिसाब दो’ मुहिम से योगेंद्र यादव ने केजरीवाल सरकार को घेरा
योगेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक राजधानी के स्कूलों में शिक्षकों के लगभग आधे पद खाली पड़े हैं।
नई दिल्ली (जेएनएन)। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी (AAP) शिक्षा संबंधी दावों पर घिर गई है। दिल्ली की आप सरकार के शिक्षा संबंधी दावों पर स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेन्द्र यादव ने कड़ा प्रहार किया है। दिल्ली में चल रही ‘जवाब दो हिसाब दो’ मुहिम के तहत यादव ने दिल्ली सरकार से मेहमान शिक्षकों (गेस्ट टीचर) के संबंध में किए गए वादों और कामों का हिसाब मांगा।
योगेंद्र यादव ने लगाय यह भी आरोप
स्वराज इंडिया प्रमुख ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार संबंधी आप सरकार के सारे दावे फर्जी हैं। सच्चाई से इनका कोई वास्ता नहीं है।
योगेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक राजधानी के स्कूलों में शिक्षकों के लगभग आधे पद खाली पड़े हैं।
यह भी जानें
दिसंबर 2016 में सरकार द्वारा दिल्ली हाईकोर्ट में दायर एफिडेविट के अनुसार 59,409 शिक्षकों के स्थान पर सिर्फ़ 33,569 शिक्षकों की स्थाई रूप से बहाली की गई है।
यह था दिल्ली सरकार का दावा
आम आदमी पार्टी ने अपने घोषणापत्र में लिखकर यह वादा किया था कि सरकार बनते ही अतिथि शिक्षकों को नियमित कर दिया जाएगा, लेकिन मेहमान शिक्षकों को स्थाई करना तो दूर शिक्षा विभाग में 20 महीने से कोई भी स्थायी भर्ती नहीं निकली है।
यह भी लगाया आरोप
योगेंद्र यादव ने कहा कि जिस आम आदमी पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में ठेका प्रथा बंद करने की बात कही थी, उसने सरकार बनने के बाद सिर्फ और सिर्फ ठेके पर ही नियुक्तियां की।
ऐसे समय में जबकि बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार घूम रहे हैं या अस्थाई कार्यों से गुजारा चला रहे हैं, दिल्ली सरकार रिटायर्ड कर्मचारियों को विस्तार देकर उन्हें नौकरी देने में लगी है, वो भी स्थाई वेतन पर।