ऐसा भी फर्जीवाड़ा: कंपनी के नाम पर थी जमीन, खुद को मालिक बताकर बेच दिया, पढ़िए पूरी कहानी
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने कंपनी की जमीन का फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने के मामले में शाहदरा निवासी शमसुद्दीन को गिरफ्तार किया है। इस मामले में वर्ष 2017 में कंपनी की शिकायत पर एफआइआर दर्ज की गई थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने कंपनी की जमीन का फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने के मामले में शाहदरा निवासी शमसुद्दीन को गिरफ्तार किया है। इस मामले में वर्ष 2017 में कंपनी की शिकायत पर एफआइआर दर्ज की गई थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि रनवेल (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड ने आरोप लगाया कि वह पूर्वी दिल्ली इलाके के शाहदरा में आवासीय कालोनी का निर्माण कर रही थी। इसके लिए कंपनी ने जमीन को विभिन्न आकारों के कई भूखंडों में विभाजित कर किया था। निर्माण के समय कंपनी को पता चला कि कई लोगों ने मिलीभगत कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर कुछ जमीन को बेच दिया है। इस मामले में 17 एफआइआर दर्ज किया गया था। आर्थिक अपराध शाखा की जांच में पता चला कि आरोपितों ने अलग-अलग भूखंडों के फर्जी दस्तावेज बनाकर लोगों को बेच दिया था। इस मामले में कई आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि आरोपित शमसुद्दीन फरार चल रहा था।
कतर से लौटे व्यक्ति से बदमाशों ने की लूटपाट
उधर कतर से दिल्ली पहुंचे राकेश कुमार को टैक्सी चालक ने सस्ता किराया लेने के नाम पर बैठाया और फिर अपने साथियों संग बंधक बनाकर लूटपाट की। बदमाशों ने पीड़ित के साथ मारपीट भी की। घटना आरके आश्रम इलाके में हुई।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एफआइआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस टीम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच कर आरोपितों का पता लगा रही है। पीड़ित राकेश कुमार उर्फ नंदन मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के तहसील उतरौला के बनिया भारी बिरदा गांव के रहने वाले हैं। वह गत चार वर्षों से कतर में खाना बनाने का काम करते हैं। बृहस्पतिवार की रात वह आइजीआइ एयरपोर्ट पहुंचे थे।
वहां से उन्हें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से उप्र के गोंडा के लिए ट्रेन पकड़नी थी। उन्होंने बताया कि रात दो बजे वह टैक्सी की तलाश कर रहे थे। इस दौरान एक व्यक्ति आया और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पांच सौ रुपये में पहुंचाने की बात कही। आरोप है कि यहां पर बदमाशों ने बंधक बनाकर उनसे एक हजार रियाल (20 हजार रुपये) लूट लिए। उसके बाद उन्हें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास छोड़ दिया। रविवार को क्राइम ब्रांच ने मामले में उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के निवासी शिवम तिवारी, प्रतापगढ़ निवासी सौरभ सिंह, आशुतोष गिरी वआदर्श वर्मा को गिरफ्तार किया है।