दिल्ली में आज आ सकते हैं कोरोना के 17,000 नए केस, स्वास्थ्य मंत्री ने दिया संकेत
Omicron Variant 2021 स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने संकेत दिया है कि बृहस्पतिवार को 15000 मामले आए थे और शुक्रवा्र को 17000 नए मामले आने की संभावना है। इससे संक्रमण दर बृहस्पतिवार से 1-2 प्रतिशत ज़्यादा होने की संभावना है।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। दिल्ली उन चुनिंदा राज्यों/शहरों में शुमार हो गया है, जहां पर कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार बहुत तेज है। दिल्ली में पिछले तकरीबन एक पखवाड़े से कोरोना के नए मामलों में बढ़ोतरी का सिलसिला थम नहीं रहा है। स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने संकेत दिया है कि बृहस्पतिवार को 15,000 मामले आए थे और शुक्रवा्र को 17,000 नए मामले आने की संभावना है। इससे संक्रमण दर बृहस्पतिवार से 1-2 प्रतिशत ज़्यादा होने की संभावना है। बृहस्पतिवार को संक्रमण दर 15 प्रतिशत के आस पास थी और शुक्रवार को यह 17-18% होने की संभावना है।
वहीं, इससे पहले 24 घंटे के दौरान बृहस्पतिवार को दिल्ली में 15,000 से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही संक्रमण दर भी 15 प्रतिशत के पार पहुंच गई है। दुखद यह है कि पिछले 24 घंटों के दौरान दिल्ली में कोरोना संक्रमण के कारण 6 मरीजों की मौत भी हुई है।
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया बृहस्पतिवार को एम्स में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एम्स के न्यू प्राइवेट वार्ड में भर्ती कोरोना संक्रमित डाक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों से मुलाकात कर उनसे बातचीत की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
एम्स पहुंचे मांडविया पीपीई किट पहनकर सीधे न्यू प्राइवेट वार्ड में बने कोरोना वार्ड में गए। उनके साथ एम्स के वरिष्ठ डाक्टर भी मौजूद थे। यहां उन्होंने कमरों में जाकर भर्ती स्वास्थ्य कर्मियों से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा। बाद में उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘हमारी हेल्थ आर्मी’ देश को कोरोना से सुरक्षित करने में अहम भूमिका निभा रही है। इनके स्वस्थ रहने से ही देश सुरक्षित है। एम्स में 150 से ज्यादा स्वास्थ्य कर्मी कोरोना के संक्रमण से बीमार हुए हैं। इसमें डाक्टर, नर्सिंग कर्मचारी, पैरामेडिकल कर्मचारी और गार्ड शामिल हैं। बताया जा रहा है कि ज्यादातर को हल्का संक्रमण है।
उधर, नोएडा में भी कोरोना संक्रमण तेजी से अपने पैर पसार रहा है। कोरोना जांच कराने वाला हर छठा व्यक्ति संक्रमित निकल रहा है। इसने विभागीय अधिकारियों की चिंता बढ़ाई है। इस बार लोग तेजी से संक्रमित हो रहे हैं। लोगों की लापरवाही और शारीरिक दूरी के नियमों का उल्लंघन इसकी बड़ी वजह है।
नोएडा और ग्रेटर नोए़ा में बृहस्पतिवार को कुल 3787 सैंपल की जांच की गई, जिसमें से 603 कोरोना संक्रमित पाए गए। यानी करीब हर छठा व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया। आरटी-पीसीआर जांच में 555 तो एंटीजन जांच में 48 संक्रमित मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक वर्तमान में आरटी-पीसीआर जांच का पाजिटिविटी रेट सात से आठ प्रतिशत है। जबकि नवंबर में एक फीसद से कम था।