पुलिस को 40 सीसीटीवी में सिर्फ दिखा शून्य और खुल गया राज, पढ़िए लूट की कहानी
10 जनवरी को दोपहर में खुद को बैंक कर्मचारी बताते हुए कुछ लोग पहुंचे और एटीएम व अन्य सामान एक गाड़ी पर लादकर लेते गए। किसी को कोई संदेह न हुआ।
दिल्ली, जेएनएन। मैदानगढ़ी में दिनदहाड़े यूनियन बैंक का एटीएम गायब करने वाले चोरों तक पुलिस महज शून्य के सहारे पहुंच गई। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों से एटीएम, 7.70 लाख की नकदी, आठ बैटरी, यूपीएस व अन्य सामान भी बरामद कर लिए गए हैं। मैदानगढ़ी गांव में सतपाल की दुकान में यूनियन बैंक का एटीएम था, जिसमें 7.68 लाख रुपये थे।
चोर ने खुद को बताया बैंककर्मी
10 जनवरी को दोपहर में खुद को बैंक कर्मचारी बताते हुए कुछ लोग पहुंचे और एटीएम व अन्य सामान एक गाड़ी पर लादकर लेते गए। किसी को कोई संदेह न हुआ। 12 जनवरी को जब बैंक के कर्मचारी पहुंचे तो इस चोरी की जानकारी हुई।
पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद जांच शुरू की। घटना के उद्भेदन के लिए पुलिस ने दस टीमों का गठन किया था। इन टीमों ने एटीएम के आसपास के इलाके में लगे करीब 40 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज व कॉल डिटेल्स की जांच की।
गाड़ी का आखिरी अंक शून्य ने पहुंचा दिया हवालात
फुटेज में पुलिस को एक गाड़ी के नंबर का आखिरी अंक शून्य दिखा। इसके आधार पर पुलिस ने तफ्तीश शुरू की। अंत में शून्य नंबर वाले वाहन की तलाश करती हुई पुलिस विभिन्न एटीएम में नकदी डालने वाली वैन के मालिक महेंद्र पाल तक पहुंची।
हिरासत में लेकर पूछताछ में खुला राज
पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। उससे मिली जानकारी के बाद पुलिस ने मेसर्स किशोर बागी प्राइवेट ट्रांसपोर्ट लिमिटेड और हिताची पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड के समयपुर बादली स्थित गोदाम पर छापेमारी की। यहां से ट्रांसपोर्ट कंपनी के मैनेजर विशाल को गिरफ्तार किया।
निशानदेही पर बरामद हुआ सामान
उसकी निशानदेही पर चोरी गए सभी सामान बरामद कर लिए गए। महेंद्र और विशाल के बाद पुलिस ने रंजन पांडेय, बल¨जदर कुमार, अंकित, अंशुमन को भी गिरफ्तार कर लिया। इस पुलिस टीम ने किया पर्दाफाश मैदान गढ़ी के एसएचओ कुमार कुंदन, एसआइ गजेंद्र सिंह, रणवीर, एएसआइ राम निवास, एचसी अनिल मान, कांस्टेबल सोमवीर, कांस्टेबल मनीष, कांस्टेबल शेर सिंह, कांस्टेबल वरुण और कांस्टेबल सतीश आदि।