Delhi News: दिल्ली में 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध, इन 19 वस्तुओं की बिक्री व आपूर्ति पर एक लाख का जुर्माना
पर्यावरण विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। शुक्रवार से रविवार तक त्यागराज स्टेडियम में एक तीन दिवसीय मेला लगाया जा रहा है जहां सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प वाले उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही डोर-टू-डोर संवेदीकरण अभियान भी चलाए जाएंगे।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। राजधानी में शुक्रवार से सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लग जाएगा। पहले चरण में प्रतिबंध के दायरे में 19 वस्तुओं को शामिल किया गया है। इन वस्तुओं का न तो उत्पादन हो सकेगा, न ही बिक्री और आपूर्ति। नियमों के उल्लंघन पर एक लाख तक के जुर्माने और सात साल तक की सजा का प्रविधान रखा गया है। पर्यावरण विभाग और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी (डीपीसीसी) ने उक्त प्रतिबंध का पालन सुनिश्चित करने के लिए पूरी तैयारी कर ली है।
इस तैयारी में सभी हितधारकों, एमसीडी, प्रशासन व शिक्षा विभाग को भी शामिल कर लिया गया है। डीपीसीसी की 15 जबकि राजस्व विभाग की 33 एनफोर्समेंट टीमों का गठन किया गया है। हर टीम में एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी और दो अन्य सदस्य भी सम्मिलित रहेंगे। गौरतलब है कि सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी चीजों में वे वस्तुएं शामिल हैं जिन्हें एक बार इस्तेमाल करके फेंक दिया जाता है।
इनमें प्लास्टिक के स्ट्रा, इयरबड्स, गुब्बारों में लगने वाली प्लास्टिक की स्टिक, सजावट में इस्तेमाल होने वाला थर्माकोल, आइसक्रीम स्टिक, कैंडी स्टिक, कप, झंडे, चाकू-छुरी, ट्रे, मिठाई के डिब्बे, शादी के कार्ड पर इस्तेमाल होने वाली शीट, मिठाई के डिब्बे पर इस्तेमाल होने वाली शीट, सिगरेट के पैकेट पर लगी पन्नी जैसे 19 आइटम शामिल हैं।सभी जिलों के डीएम को क्षेत्र के सभी उत्पादकों, स्टाकिस्ट, रिटेलर, शाप किपर्स, ई-कामर्स कंपनियों, स्ट्रीट वेंडर, माल, मार्केट, शापिंग सेंटर, सिनेमा हाल, टूरिस्ट लोकेशन, स्कूल, कालेज, आफिस काम्प्लेक्स, अस्पताल, अन्य संस्थानों व आम लोगों से इन आइटमों के उत्पादन, वितरण, बिक्री और इस्तेमाल पर रोक सुनिश्चित कराने को कहा गया है। स्पेशल टास्क फोर्स ने प्लास्टिक वेस्ट मानिटरिंग डैश बोर्ड बनाया है। इसके साथ ही डोर-टू-डोर संवेदीकरण अभियान भी चलाए जाएंगे।
पर्यावरण विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। शुक्रवार से रविवार तक त्यागराज स्टेडियम में एक तीन दिवसीय मेला लगाया जा रहा है, जहां सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प वाले उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। डीपीसीसी के अनुसार ग्रीन दिल्ली एप को अपग्रेड किया गया है ताकि एप पर मिलने वाली शिकायतों का दो दिन में निपटारा किया जा सके।
शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) नोडल अधिकारियों की जानकारी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के एप पर अपलोड कर दी गई है। ऐसे बाजारों की पहचान भी की गई है जहां पालिथीन बैग का इस्तेमाल अधिक होता है। उन बाजारों में कपड़े, जूट इत्यादि का बैग बिक्री को बढ़ावा देने के लिए कियोस्क शुरू किए जाएंगे।
- शुक्रवार से सरकार की सख्ती शुरू हो जाएगी। जहां कहीं भी यह 19 आइटम मिलेंगे, जब्त कर लिए जाएंगे। इन इनका उत्पादन होगा और न ही आपूर्ति। जब यह सामान मिलेगा ही नहीं तो बाजार में वैकल्पिक व्यवस्था बनाने का दबाव भी बढ़ेगा। धीरे धीरे इनके विकल्प भी आने शुरू हो जाएंगे।-डा के एस जयचंद्रन, विशेष सचिव (पर्यावरण), दिल्ली सरकार