जूनियर कलाकारों का उत्साहवर्धन करते थे पंडित बिरजू महाराज: गायिका डा. रीता देव
RIP Pandit Birju Maharaj शास्त्रीय व उपशास्त्रीय गायिका डा. रीता देव ने कहा कि महाराज जी का निधन कला के क्षेत्र में बहुत बड़ी क्षति है। उन्होंने कहा कि भारतीय नृत्यकला व संगीत को पूरी दुनिया में पहुंचाने के लिए पंडित बिरजू महाराज ने अपना पूरा जीवन लगा दिया।

नई दिल्ली [अरविंद कुमार द्विवेदी]। कथक सम्राट पंडित बिरजू महाराज का रविवार देर रात दक्षिण दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स अस्पताल में निधन हो गया। बताया जा रहा है कि उनका निधन हार्ट अटैक से हुआ है। उनके नाती स्वरांश मिश्रा ने अपने फेसबुक पेज पर उनके निधन की सूचना दी। स्वरांश ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा- बड़े दुख के साथ यह सूचित करना पड़ रहा है कि हमारे परिवार के सबसे प्रिय सदस्य हमारे नानाजी अब नहीं रहे। पंडित बिरजू महाराज लखनऊ घराने से ताल्लुक रखते थे। उनका जन्म चार फरवरी 1938 को लखनऊ में हुआ था। उनका असली नाम पंडित बृजमोहन मिश्र था। वह शास्त्रीय गायक भी थे। पंडित बिरजू महाराज ने डेढ़ इश्किया, देवदास, उमराव जान और बाजीराव मस्तानी आदि हिंदी फिल्मों के लिए डांस कोरियोग्राफ भी किया था।
साकेत निवासी शास्त्रीय व उपशास्त्रीय गायिका डा. रीता देव ने कहा कि महाराज जी का निधन कला के क्षेत्र में बहुत बड़ी क्षति है। उन्होंने कहा कि भारतीय नृत्यकला व संगीत को पूरी दुनिया में पहुंचाने के लिए पंडित बिरजू महाराज ने अपना पूरा जीवन लगा दिया। उनके सैकड़ों शिष्य-शिष्याएं आज देश-दुनिया में भारतीय कला व संगीत को नई उंचाइयों पर ले जा रहे हैं। डा. रीता देव ने बताया कि गुरु मां पद्म विभूषण गिरिजा देवी के साथ हुए पंडित जी के कुछ कार्यक्रमों में उन्हें गाने का अवसर मिला था। इस दौरान उनसे बहुत कुछ सीखने का मिला।
Edited By Jp Yadav