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दिल्ली के एक स्‍पा सेंटर में छापे के बाद सामने आई चौंकाने वाली सच्चाई, पुलिस भी हैरान

पुलिस से बचने के लिए स्पा संचालकों ने अपने-अपने सेंटर के बोर्ड पर दर्ज नंबरों को बंद कर दिया है और गूगल पर नया नंबर दे रखा है। उन नंबरों पर संपर्क करने पर वे ग्राहकों को सेवा दे रहे हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 08:19 AM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 08:19 AM (IST)
दिल्ली के एक स्‍पा सेंटर में छापे के बाद सामने आई चौंकाने वाली सच्चाई, पुलिस भी हैरान
दिल्ली पुलिस ने ऑनलाइन सेंटर चलाने के गोरख धंधे का पर्दाफाश किया।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण दिल्ली में प्रतिबंध के बावजूद स्पा संचालक धड़ल्ले से चोरी-छिपे अपना धंधा चला रहे हैं। पुलिस व संबंधित एजेंसियों की नजरों से बचने के लिए इन्होंने ऑनलाइन धंधा चलाना शुरू कर दिया है। ग्रेटर कैलाश थाना पुलिस ने कैलाश कॉलोनी में जीत स्पा पर छापा मारकर ऑनलाइन सेंटर चलाने के गोरख धंधे का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में स्पा संचालक राज कमल जैन व उसके सहयोगी गौरव गुप्ता के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक दोनों लक्ष्मी नगर के रहने वाले हैं।

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ग्रेटर कैलाश के थानाध्यक्ष रीतेश कुमार को सूचना मिल रही थी कि कई स्पा संचालक चोरी-छिपे स्पा का संचालन कर रहे हैं। उन्होंने सेंटर के बाहर कागजों पर यह लिखकर चस्पा दिया है कि कोरोना के कारण यह स्पा बंद है। बाहर उन्होंने ताला भी लगा रखा है, लेकिन अंदर ये अपने गोरखधंधे को अंजाम देते हैं। ग्राहकों के मिलने व पैसे की डील हो जाने पर वे ताला खोलकर उन्हें अंदर भेज देते हैं और खुद बाहर घूमते रहते हैं। पुलिस से बचने के लिए स्पा संचालकों ने अपने-अपने सेंटर के बोर्ड पर दर्ज नंबरों को बंद कर दिया है और गूगल पर नया नंबर दे रखा है। उन नंबरों पर संपर्क करने पर वे ग्राहकों को सेवा दे रहे हैं।

29 दिसंबर को एएसआइ अतर सिंह, हवलदार लेखराज व सिपाही संदीप को सूचना मिली कि कैलाश कालोनी के मेट्रो पिलर नंबर-72 के पास जीत स्पा का संचालन किया जा रहा है। वहां पहुंचने पर पुलिसकर्मियों ने पाया कि बाहर ताला लगा है। बोर्ड पर यह भी चस्पा था कि कोरोना के कारण यह स्पा बंद है। गूगल पर उस स्पा का नंबर सर्च कर संदीप ने जब बात की तब राज कमल से उनकी बात हुई। 700 रुपये में उसकी डील तय हुई। उसे सेंटर के बाहर आने को कहा गया। कुछ ही देर में एक युवक वहां पहुंच गया। पैसे लेकर उसने बाहर से ताला खोलकर संदीप को अंदर भेज दिया और बाहर से फिर ताला लगा कर वह आसपास घूमने लगा। अंदर जाने पर सिपाही ने पाया कि वहां तीन युवतियां मौजूद थीं। उसने साथी पुलिसकर्मियों को कॉल कर बुला लिया और मौके से राज कमल व गौरव गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया।

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