दिल्ली में हुई महिला की सनसनीखेज हत्या से 8 साल बाद उठा पर्दा, सामने आई चौंकाने वाली बात
पूछताछ में वकील वीरेंद्र ने बताया कि किरण मकान खाली करने के लिए दो करोड़ रुपये मांग रही थी। वीरेंद्र ने मकान मालिक को भरोसा दिया था कि 30 लाख रुपये में वह मकान खाली करवा देगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके में महिला किरण अग्रवाल की वर्ष 2011 में हुई सनसनीखेज हत्या का 8 साल बाद पर्दाफाश हुआ है। इस मामले में मुख्य आरोपी वकील वीरेंद्र कुमार के साथ दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी पृथ्वी सिंह के साथ कमलेश को भी गिरफ्तार किया है। पूछताछ में पता चला है कि महिला किरण अग्रवाल की हत्या वकील वीरेंद्र कुमार ने मकान खाली नहीं करने पर करवाई थी। पुलिस ने शुक्रवार को दिल्ली के बुराड़ी इलाके से वीरेंद्र, पृथ्वी सिंह और कमलेश को इस हत्यकांड में गिरफ्तार किया।
अपने क्लाइंट का वकील था वीरेंद्र
पूछताछ में सामने आया है कि महिला किरण मॉडल टाउन में अकेली रहती थी। उसकी अपने पति से लड़ाई चल रही थी। महिला जिस मकान में किराए पर रहती थी, उसे खाली करवाने के लिए मकान मालिक ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। इस मामले में मकान मालिक का वकील वीरेंद्र सिंह था।
दो करोड़ मांग रही थी महिला, 30 लाख देकर करवा दिया मर्डर
पूछताछ में वकील वीरेंद्र ने बताया कि किरण मकान खाली करने के लिए दो करोड़ रुपये मांग रही थी। वीरेंद्र ने मकान मालिक को भरोसा दिया था कि 30 लाख रुपये में वह मकान खाली करवा देगा। महिला काफी समझाने पर भी नहीं मानी तो वीरेंद्र ने हत्या की साजिश रचकर पृथ्वी, बंटी और कमलेश की मदद से किरण की हत्या करवा दी। इसके बाद सबूत छिपाने के मकसद से तीनों आरोपियों ने महिला का शव बैग में रखकर न्यू उस्मानपुर स्थित यमुना खादर में फेंक दिया था। क्राइम ब्रांच के डीसीपी जी राम गोपाल नाइक ने बताया कि महिला किरण के भाई ने मॉडल टाउन थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनकी बहन लापता है। शिकायत के बाद मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी थी।
जांच की कड़ी में पुलिस को न्यू उस्मानपुर में तीसरे पुश्ते पर महिला का शव बरामद हुआ, जिसकी शिनाख्त किरण के रूप में हुई। बाद में मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई। क्राइम ब्रांच को 8 साल बाद जानकारी मिली कि किरण की हत्या के पीछे बुराड़ी निवासी पृथ्वी सिंह और कमलेश का हाथ है। इसके बाद पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने बता दिया कि महिला की हत्या के लिए 30 लाख की सुपारी मिली थी।