गाजीपुर फूल मंडी के गेट पर आइईडी मिलने से स्पेशल सेल समेत सुरक्षा एजेंसियां दहशत में, आतंकी संगठन की बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश
गाजीपुर स्थित फूल मंडी के गेट के बाहर काले रंग के बैग में आरडीएक्स व अमोनियम नाइट्रेट मिश्रित आइईडी मिलने के मामले से स्पेशल सेल समेत सभी सुरक्षा एजेंसियां दहशत में हैं। आरडीएक्स का मिलना बेहद खतरनाक माना जाता है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। गाजीपुर स्थित फूल मंडी के गेट के बाहर काले रंग के बैग में आरडीएक्स व अमोनियम नाइट्रेट मिश्रित आइईडी मिलने के मामले से स्पेशल सेल समेत सभी सुरक्षा एजेंसियां दहशत में हैं। आरडीएक्स का मिलना बेहद खतरनाक माना जाता है। यह आसानी से नहीं मिलता जिसे कोई भी खरीद लें। इसका इस्तेमाल आतंकी संगठन ही बड़े स्तर पर जानमाल का नुकसान पहुंचाने की मकसद से करते हैं।
सूत्रों की मानें तो गाजीपुर, लुधियाना व श्रीनगर उक्त तीनों जगहों पर लावारिस आइईडी में आरडीएक्स मिले हैं। तीनों ही मामले में आइईडी को बनाने में इस्तेमाल तरीके के बारे में रिपोर्ट तो अभी नहीं मिली है लेकिन जांच में पाया गया है कि तीनों जगह आरडीएक्स था। इसलिए सुरक्षा एजेंसियों के लिए उक्त घटनाएं चिंता की बात हो गई है। शक है कि यह किसी एक ग्रुप का कारनामा हो सकता है।
आरडीएक्स मिलने के कारण ही राज्य पुलिस के अलावा रा, आइबी व एनआइए आदि सभी सुरक्षा एजेंसियां अपने-अपने स्तर पर दहशतगर्द के बारे में पता लगाने में जुट गई हैं। कोई फोन इंटरसेप्शन तो कोई अन्य तरीके से जांच कर रही है। सभी को अलग अलग जिम्मेदारी दी गई है। स्पेशल सेल का कहना है कि संभवतः सोमवार तक एनएसजी से आधिकारिक तौर पर बम बनाने के तरीके को लेकर रिपोर्ट मिल जाएगी।
एनएसजी का कहना है कि बम में आरडीएक्स का इस्तेमाल होने के कारण बम काफी शक्तिशाली था। गनीमत थी कि धमाका नहीं हुआ अन्यथा 100 मीटर के दायरे में काफी नुकसान पहुंचा सकता था। तेज आवाज से ही 50 मीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को नुकसान पहुंच सकता था। भीड़भाड़ वाले फूल मंडी में बम से भारी तबाही मच सकता था। समय रहते एक फूल व्यापारी की नजर पड़ने पर बड़ा हादसा टल गया।
इधर शुक्रवार सुबह घटना के बाद से स्पेशल सेल मंडी के व्यापारियों से लगातार पूछताछ कर रही है। मंडी में पश्चिम बंगाल के काफी व्यापारी हैं। इसके अलावा घटना वाले दिन मंडी के आसपास विभिन्न दूरसंचार कंपनियों के जितने भी मोबाइल का इस्तेमाल हुआ था उसका डंप डाटा लेकर जांच की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज से बैग रखने वाले के बारे में पता लगाया जा रहा है। इसके अलावा घटना से पहले मंडी आने वाले वाहनों के मालिकों के बारे में पता लगा उनसे पूछताछ की जा रही है। अभी जांच एजेंसी को कोई भी सुराग नहीं मिल पाया है।
ज्ञात रहे शुक्रवार सुबह 10.19 बजे एक फूल व्यापारी ने गेट नंबर एक के बाहर किनारे में एक काले रंग का लावारिस बैग देखने पर पुलिस को सूचना दी थी। बैग की जांच करने पर उसमे बम मिलने पर एनएसजी को बुलाया गया। इसके बाद मशीन में बम को रखकर सुरक्षित स्थान पर गड्ढा खोदकर बम को निष्क्रिय किया गया।