देश के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल में प्रभावित हो सकती सफाई व्यवस्था
निगम की स्थायी समिति में आए प्रस्ताव के अनुसार अस्पताल के अंदर और शौचालयों की सफाई व्यवस्था के लिए कार्य किया जा रहा है। इस कार्य के लिए निविदा के आधार पर कंपनी का चयन किया गया था। इस कंपनी को 3.32 करोड़ रुपये कंपनी को दिया जाना है।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए राजधानी के छत्तरपुर में बने देश के सबसे बड़े सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर में सफाई व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। दक्षिणी निगम ने इसके लिए आए प्रस्ताव को विभाग को वापस भेज स्वीकृति देने से मना कर दिया है। निगम ने स्पष्ट किया है जब तक सफाई कार्य के लिए दिल्ली सरकार से फंड नहीं आएगा तब तक इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी जाएगी। निगम के पास पहले से फंड का अभाव हैं ऐसे में वह अतिरिक्त खर्चा वहन नहीं कर सकते।
निगम की स्थायी समिति में आए प्रस्ताव के अनुसार अस्पताल के अंदर और शौचालयों की सफाई व्यवस्था के लिए कार्य किया जा रहा है। इस कार्य के लिए निविदा के आधार पर कंपनी का चयन किया गया था। इस कंपनी को 3.32 करोड़ रुपये कंपनी को दिया जाना है। इसकी स्वकृति के लिए निगम के पास प्रस्ताव आया था। लेकिन स्थायी समिति की बैठक में नेता सदन से लेकर स्थायी समिति अध्यक्ष ने प्रस्ताव को यह कहते हुए पारित नहीं किया कि जब दिल्ली सरकार ने इसके लिए फंड नहीं दिया है तो प्रस्ताव क्यों पारित किया जाए।
जब दिल्ली सरकार फंड देगी तब ही प्रस्ताव को पारित किया जाएगा। इसलिए फिलहाल इस प्रस्ताव को विभाग को वापस भेजा जा रहा है। बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि चूंकि दिल्ली के लोगों को कोरोना से बचाने में इस अस्पताल ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद इस अस्पताल को तैयार किया गया था। उस दौरान गृह मंत्रालय की बैठक में यह तय भी हुआ था कि सफाई व्यवस्था का कार्य निगम करेगा लेकिन इसके एवज में होने वाला खर्च दिल्ली सरकार निगम को देगी। लेकिन निगम को यह फंड बार-बार पत्रव्यवहार करने के बाद भी नहीं जारी हुआ है इसलिए प्रस्ताव विभाग को वापस भेजा जाता है। उल्लेखनीय है कि छत्तरपुर स्थित राधा स्वामी सत्संग ब्यास में अस्थायी कोविड अस्पताल पांच जुलाई को शुरू हुआ था। यहां पर दस हजार कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा सकता है।
दक्षिणी निगम के स्थायी समिति अध्यक्ष राजदत्त गहलोट हमारे पास फंड की बहुत कमी हैं और इस पर होने वाले खर्च को वहन करना मुश्किल हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार इसके लिए फंड जारी करें।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो