सऊदी सरकार ने हिंदू व्यक्ति की कब्र का लगाया पता, केंद्र ने हाई कोर्ट को दी जानकारी
अंजू शर्मा ने याचिका दायर कर कहा था कि भारतीय दूतावास द्वारा अनुवाद में की गई गलती के कारण उनके पति का सऊदी अरब में मुस्लिम रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार कर दिया गया था। उन्होंने पति की अस्थियों को भारत लाने का निर्देश देने की अदालत से मांग की थी।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। भारतीय हिंदू नागरिक की अस्थियों को भारत लाने की मांग वाली याचिका पर केंद्र सरकार ने दिल्ली हाई कोर्ट को सूचित किया कि सऊदी अरब सरकार ने हिंदू व्यक्ति की कब्र का पता लगा लिया है। जिसे मुस्लिम रीति-रिवाज के तहत दफना दिया गया था। केंद्र सरकार ने न्यायमूर्ति प्रतिबा एम सिंह की पीठ से यह भी कहा कि सउदी अरब सरकार हिंदू व्यक्ति की अस्थियाें को निकालने पर विचार कर रही है। अस्थियों को वापस लाने की मांग वाली महिला की याचिका पर केंद्र सरकार ने पीठ को बताया कि जद्दाह में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने अस्थियों को वापस लाने की कानूनी प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
मूलरूप से हिमाचल प्रदेश के ऊना निवासी अंजू शर्मा ने याचिका दायर कर कहा था कि भारतीय दूतावास द्वारा अनुवाद में की गई गलती के कारण उनके पति संजीव कुमार का सउदी अरब में मुस्लिम रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार कर दिया गया था। उन्होंने पति की अस्थियों को भारत लाने का निर्देश देने की अदालत से मांग की थी। इस पर अदालत ने इससे पहले केंद्र सरकार को कई अहम निर्देेश दिए थे।
याचिका के अनुसार 24 जनवरी 2021 को संजीव की डायबिटीज, हाईपरटेंशन और हार्ट अटैक से होने से हो गई थी। भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारी ने अरबी का अनुवाद करने में गलती की और संजीव का धर्म मुस्लिम दर्ज कर दिया। जिसके कारण 18 फरवरी को संजीव को सऊदी अरब में मुस्लिम रीति रिवाज से दफना दिया गया। अंजू ने अस्थियों को भारत लाने की मांग की ताकि हिंदू रीति-रिवाज से पति का अंतिम संस्कार किया जा सके।