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लखीमपुर खीरी हिंसाः देश भर में रेल रोकेगा संयुक्त किसान मोर्चा, लखनऊ में होगी किसान महापंचायत

भारतीय किसान यूनियन (टिकैट) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कार चालक और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या करने वाले प्रदर्शनकारी दोषी नहीं क्योंकि वे गाड़ी से कुचलने के बाद प्रतिक्रिया कर रहे थे। वहीं योगेंद्र यादव ने कहा यह कानून के तहत तय होगा।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sat, 09 Oct 2021 03:18 PM (IST)Updated: Sat, 09 Oct 2021 04:03 PM (IST)
लखीमपुर खीरी हिंसाः देश भर में रेल रोकेगा संयुक्त किसान मोर्चा, लखनऊ में होगी किसान महापंचायत
संयुक्त किसान मोर्चा ने की केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। यूपी के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी और उन्हें व उनके पुत्र की गिरफ्तारी की मांग की है। दिल्ली में प्रेसवार्ता कर संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की अध्यक्षता में विशेष जांच दल (एसआइटी) के गठन की मांग की। भारतीय किसान यूनियन (टिकैट) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि कार चालक और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या करने वाले प्रदर्शनकारी दोषी नहीं है क्योंकि वे गाड़ी से कुचलने के बाद प्रतिक्रिया कर रहे थे।  

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वहीं, योगेंद्र यादव ने कहा कि किसानों के संघर्ष को लोकतांत्रिक तरीके से बढ़ाया जाएगा। आंदोलन के पांच कार्यक्रम तय किए गए हैं। 12 अक्टूबर को किसान शहीद स्मृति दिवस मनाया जाएगा। मारे गए चार किसान और पत्रकार को श्रद्धांजलि दिया जाएगा। अंतिम अरदास व भोग लखीमपुर खीरी तिकोनिया में किया जाएगा। देशवासी रात आठ बजे पांच मोमबत्ती जलाएंगे। 12 अक्टूबर को किसानों व पत्रकार की अस्थियों को लेकर अलग-अलग राज्यों के लिए कलश यात्रा रवाना किए जाएंगे।

हिंसा के विरोध में 18 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। इस दिन देश भर में ट्रेनें रोकी जाएंगी। 26 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में महापंचायत आयोजित किया जाएगा। 

पुलिस की कार्रवाई से खुश नही मोर्चा

किसान नेता डा. दर्शन पाल ने कहा कि 25 सितंबर को गृह राज्यमंत्री का भाषण उत्तर प्रदेश में किसानों के बारे में स्थिति स्पष्ट करता है। तीन अक्टूबर की घटना की पृष्ठभूमि है। उनका पुत्र घटना को अंजाम दिया। पहले दिन गुमराह करने की कोशिश। पुलिस द्वारा आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई से हम संतुष्ट नहीं हैं।

किसान मोर्चा ने 25 सितंबर को भाषण के वीडियो को वायरल किया। तीन अक्टूबर की घटना के बाद मोर्चा ने अगले दिनों ही पूरे देश से राष्ट्रपति को मांगपत्र भेजा। मोर्चा इस लड़ाई को अंत तक लड़ेगा। 

जोगेंद्र सिंह उग्राहा ने कहा कि किसान आंदोलन शांतिपूर्वक है। भाजपा इसे खत्म करने की साजिश रच रही है। पहले खालिस्तानी, पाकिस्तानी, नक्सली कहा गया। तीन माह से सरकार हिंसा कर रही है। हरियाणा के मुख्यमंत्री का बयान, करनाल की घटना इसका उदाहरण। मोर्चा शांति पूर्वक आंदोलन से जवाब देगा।

गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग

जोगेंद्र सिंह उग्राहा ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग की। उनके पुत्र आशीष मिश्रा और उन्हें तथा अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया जाए। मांगें माने जाने तक आंदोलन जारी रहेगा। 12 को लखीमपुर खीरी में श्रद्धांजलि समारोह में आगे की रणनीति की घोषणा होगी।

वहीं, हन्नान मौला ने कहा कि 10 माह से आंदोलन चल रहा है। इस दौरान 380 किसान मारे गए। 25 राज्यों के किसान इस आंदोलन में शामिल हैं। कर्मचारी, छात्र संग़ठन, बुद्धजीवी समर्थन दे रहे हैं। आंदोलन की सफलता से सरकार हतोत्साहित। अब दमन की नीति। पहले हरियाणा में और अन्य राज्यों में अब उत्तर प्रदेश में दमनकारी नीतियां अपनायी जा रही है।


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