CA Final Topper 2021: देशभर में तीसरा स्थान पाने वालीं साक्षी ने बताया अपनी कामयाबी का राज
CA Final Topper 2021 परीक्षा परिणाम जारी होते ही साक्षी राजेंद्र कुमार के घर बधाई देने वालों का तांता लग गया। कोरोना वायरस संक्रमण काल के मुश्किल भरे दिनों में भी साक्षी को मिली यह सफलता दरअसल उनके अथक प्रयासों का नतीजा है।
नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। इंस्टीट्यूट आफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स आफ इंडिया (आइसीएआइ) ने सोमवार को चार्टर्ड अकाउंटेंट्स फाइनल का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया। इस परीक्षा में बेंगलुरु की साक्षी राजेन्द्र कुमार 75.63 फीसद अंक प्राप्त कर पूरे देश में तीसरे नंबर पर रहीं। परीक्षा परिणाम जारी होते ही साक्षी राजेंद्र कुमार के घर बधाई देने वालों का तांता लग गया। कोरोना वायरस संक्रमण काल के मुश्किल भरे दिनों में भी साक्षी को मिली यह सफलता दरअसल उनके अथक प्रयासों का नतीजा है।
आफलाइन परीक्षा से भी मिला लाभ
दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में साक्षी ने बताया कि इंटर के बाद सीए की तैयारी शुरू हो गई थी। सेकंड लेवल की परीक्षा के बाद फाइनल की तैयारी की जाती है। मैं इस मामले में खुद को सौभाग्यशाली मानती हूं कि मुझे आफलाइन कक्षाएं लेने का मौका 2019 तक मिला।
13 घंटे तक की पढ़ाई
साक्षी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे तो लाकडाउन लग गया। लाकडाउन में कुछ समय तक आनलाइन भी क्लास ली। बाद में परीक्षा की जमकर तैयारी की। एक दिन में कितने घंटे पढ़ती थीं के सवाल पर साक्षी कहतीं हैं कि मैं नींद से कोई समझौता नहीं कर सकती। रात साढ़े दस के बाद सो जाती थी। दिन भर खूब पढ़ती। परीक्षा नजदीक आने पर एक दिन में तकरीबन 13 घंटे तक भी पढ़ाई की।
साक्षी कहतीं हैं कि परीक्षा जुलाई में हुई थी। उसके एक साल पहले से ही उन्होंने मोबाइल फोन का प्रयोग बंद कर दिया था। बकौल साक्षी, मोबाइल फोन के लगातार इस्तेमाल से पढ़ाई से ध्यान भटक जाता था। यदि सफल होना है तो कुछ त्याग तो करना ही पड़ेगा। ऐसे में मैंने इंटरनेट मीडिया के अलावा मोबाइल फोन का बेहद सीमित इस्तेमाल किया। कुल मिलाकर मोबाइल फोन और इंटरनेट मीडिया से दूरी ने न केवल साक्षी को भटकने से बचाया, बल्कि पढ़ाई के दौरान एकाग्रता हासिल करने में मददगार भी साबित हुआ।
गौरतलब है कि आइसीएआइ अंतिम परीक्षा परिणाम में पहले तीन स्थान लड़कियों को मिले हैं। इनमें मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की 19 वर्षीय नंदिनी अग्रवाल ने 800 में 614 अंक (76.75 फीसद) हासिल कर पहला स्थान हासिल किया है। यह भी कम हैरान की बात नहीं है कि नंदिनी के भाई 21 वर्षीय सचिन अग्रवाल ने देशभर में 18वीं रैंक हासिल की है। परीक्षा में दूसरा स्थान इंदौर की साक्षी ऐरन को मिला, जिन्होंने 613 अंक हासिल किए। उधर, तीसरा स्थान बेंगलुरु की बगरेचा की रहने वाली साक्षी राजेंद्र कुमार को मिला, जिन्होंने 605 अंक हासिल किए।