पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर सीएम केजरीवाल समेत कई नेताओं ने जताया शोक
देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल ने गहरा शोक जताया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। देश के पूर्व राष्ट्रपति व भारतरत्न प्रणब मुखर्जी का सोमवार को निधन हो गया। वह 84 वर्षीय के थे। उन्होंने सोमवार शाम करीब 5:40 बजे अंतिम सांस ली। वह पिछले 22 दिनों से गंभीर रूप से बीमार थे। उनके निधन पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल ने गहरा शोक जताया है। इनके अलावा दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, पूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर समेत अन्य नेताओं ने भी शोक जताया है।
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि प्रणब मुखर्जी के निधन की दुखद खबर मिली। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और उनके परिवार और प्रियजनों को यह दुख सहने का साहस दें।
वहीं, एलजी अनिल बैजल ने भी ट्वीट कर प्रणब मुखर्जी पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि भारत ने एक प्रतिष्ठित नेता को खो दिया है। ईश्वर उनके परिवार और दोस्तों को इस हानि को सहनशीलता और धैर्य के साथ सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
वहीं पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक जताया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि पूर्व राष्ट्रपति के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ। राष्ट्र उनके महान योगदान को हमेशा याद रखेगा।
वहीं दिल्ली भाजपा ने भी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर दुख जताया है। प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने ट्वीट कर कहा कि भगवान दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें व परिवारजन को पीड़ा सहन करने की शक्ति दें।
वहीं दिल्ली कांग्रेस ने भी अपने दिवंगत नेता और पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर शोक जताया है।
बता दें कि कोरोना व ब्रेन में खून थक्का होने के कारण दिल्ली के धौला कुआं स्थित आर्मी आरआर (रिसर्च एंड रेफरल) अस्पताल में प्रणब इलाज चल रहा था और उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। उन्हें 10 अगस्त को दोपहर 12:07 बजे गंभीर स्थिति में आर्मी अस्पताल में भर्ती किया गया था। क्योंकि, उनके ब्रेन में खून का बड़ा थक्का जमा हो गया था। उस दिन जांच में उनकी कोरोना की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। इसके बाद न्यूरो सर्जरी के डॉक्टरों ने उनकी इमरजेंसी सर्जरी की थी। इसके बावजूद उनके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ और उनकी सेहत में लगातार गिरावट होती चली गई। इस वजह से उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट देना पड़ा था। अस्पताल में वह गहरे कोमा में थे और उन्हें फेफड़े में भी संक्रमण हो गया था। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली। प्रणब मुखर्जी जुलाई 2012 से जुलाई 2017 तक राष्ट्रपति रहे।
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