धर्म के नाम पर हिंसा पर RSS की गंभीर टिप्पणी, कहा- देश को मजहबी उन्माद से मुक्त होना चाहिए
आरएसएस के मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार ने कहा कि हिंदुस्तान बहुत प्यारा देश है। यह ऐसा देश है जहां सभी फिरके व मजहब एक जज्बे के साथ जुड़े होते हैं। मजहबी कट्टरता गैर इस्लामी है। इसी तरह देश के अंदर समृद्धि तालीम रोजगार और स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक और एमआरएम के मुख्य संरक्षक इंद्रेश कुमार ने कहा कि धर्म के नाम पर हिंसा गलत है और देश को मजहबी उन्माद से मुक्त होना चाहिए। बांग्लादेश, पाकिस्तान समेत दुनिया के किसी भी देश में इस तरह के हमले होते हैं तो उसकी आलोचना होनी चाहिए। हिंसा चाहे कहीं भी हो, कोई भी करे.. यह अपराध था, अपराध है और अपराध ही रहेगा।
22 नवंबर से शुरू होगा उर्स
उन्मादियों पर लगाम लगानी चाहिए और कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने यह बातें मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) की ओर से अमीर खुसरो के उर्स के मौके पर हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल होते हुए कहीं। गंगा-जमुनी तहजीब और एकता-अखंडता के मकसद से दरगाह परिसर में 718 दीये जलाए गए। खुसरो का 718 वां उर्स 22 नवंबर से शुरू होगा।
चादर चढ़ा कर मांगी देश के लिए शांति एवं तरक्की की दुआ
इस मौके पर इंद्रेश कुमार ने दरगाह पर चादर चढ़ाई तथा देश में शांति व तरक्की की दुआ मांगी। इस अवसर पर उन्होंने देश के उलेमाओं, बुद्धिजीवियों व देशवासियों से भारत की बेहतरी के लिए मोहब्बत, भाईचारा, तहजीब और तरक्की का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान बहुत प्यारा देश है। यह ऐसा देश है, जहां सभी फिरके व मजहब एक जज्बे के साथ जुड़े होते हैं। मजहबी कट्टरता गैर इस्लामी है। इसी तरह देश के अंदर समृद्धि, तालीम, रोजगार और स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
देश को गरीबी एवं भुखमरी से मुक्त कराना हमारा लक्ष्य
देश को प्रदूषण, गरीबी और भुखमरी मुक्त करना हमारा लक्ष्य होना चाहिए। निजामुद्दीन के साथ ही देश भर के 200 से ज्यादा दरगाहों पर दीपावली के दीपक रोशन किए जा रहे हैं। इस मौके पर मंच के राष्ट्रीय संयोजक व राष्ट्रीय प्रभारी मोहम्मद अफजाल, शाहिद अख्तर, गिरीश जुयाल, शाहिद सईद, बिलाल रहमान, खुर्शीद राजका के साथ ही वरिष्ठ पदाधिकारी मोहम्मद अफजाल, फैज खान मौजूद रहे।