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Rohit Shekhar Tiwari Murder: साजिश के तहत नहीं हुई थी UP-उत्तराखंड के पूर्व सीएम के बेटे की हत्या

Rohit Shekhar Tiwari Murder मूल रूप से इंदौर की रहने वाली और पेश से वकील अपूर्वा शुक्ला 24 अप्रैल को हत्या करने की बात कबूल ली थी।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 16 Apr 2020 07:16 AM (IST)Updated: Thu, 16 Apr 2020 11:12 AM (IST)
Rohit Shekhar Tiwari Murder: साजिश के तहत नहीं हुई थी UP-उत्तराखंड के पूर्व सीएम के बेटे की हत्या
Rohit Shekhar Tiwari Murder: साजिश के तहत नहीं हुई थी UP-उत्तराखंड के पूर्व सीएम के बेटे की हत्या

नई दिल्ली (राकेश कुमार सिंह)। Nd Tiwari Son Rohit Shekhar Murder Case: ठीक एक साल पहले 16 अप्रैल, 2019 को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी (40) हत्या हुई थी। जब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस हत्याकांड से पर्दा उठाया तो लोग हैरान रह गए। हत्या का खुलासा करते हुए दिल्ली पुलिस ने रोहित शेखर तिवारी की पत्नी अपूर्वा शुक्ला को गिरफ्तार किया था। 

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रोहित की हत्या में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच दक्षिण दिल्ली स्थित साकेत कोर्ट में आरोप पत्र दायर कर चुकी है। इसके मुताबित, 15-16 अप्रैल, 2019 की रात अपूर्वा ने पति की रोहित की हत्या की थी। मूल रूप से इंदौर की रहने वाली और पेश से वकील अपूर्वा शुक्ला 24 अप्रैल को हत्या करने की बात कबूल ली थी। इसी के साथ हत्याकांड में यह खुलासा भी हुआ था कि यह साजिश के तहत नहीं हुआ था, बल्कि गुस्से में आकर अपूर्वा शुक्ला तिवारी ने पति रोहित शेखर तिवारी को मार डाला था। 

मुंह व नाक दबाकर की थी हत्या

पुलिस पूछताछ में अपूर्वा शुक्ला ने बताया कि रोहित को उसने 15-16 अप्रैल की रात को गले के अलावा मुंह और नाक दबाकर मार डाला था। पोस्टमार्टम में भी भी खुलासा हुआ था कि रोहित शेखर तिवारी की हत्या दम घुटने से हुई थी। दिल्ली पुलिस के 518 पेज के आरोप पत्र में रोहित के परिवार के लोगों के साथ 56 लोगों को गवाह बनाया है। वहीं, सबूत के तौर पर फोरेंसिक व इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य, मोबाइल कॉल डिटेल रिकॉर्ड व फोटोग्राफ को रखा गया है।  आरोप पत्र के मुताबिक, रोहित और अपूर्वा के बीच रिश्ते अच्छे नहीं थे। अपूर्वा रोहित के साथ उसकी मां के रुख से भी आहत थी।

ऐसी की थी हत्या

आरोप पत्र में कहा गया है कि लोकसभा चुनाव 2019 के तहत पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को हुआ था। रोहित भी बतौर मतदाता उत्तराखंड में मतदान करके 15 अप्रैल को घर लौटे थे। पुलिस के मुताबिक, घर लौटने के साथ ही रोहित और अपूर्वा के बीच जमकर झगड़ा हुआ था। यह झगड़ा काफी देर तक चला। इसके बाद रोहत अपने कमरे में सोना चला गया। अपूर्वा इस कदर आहत और मानसिक तनाव में थी कि वह रात को कमरे में गई और गला, नाक और मुंह दबाकर मार डाला। दरअसल, रोहित को कई बीमारियों से ग्रसित थे और साथ ही उस रात अधिक मात्रा में शराब पीने के चलते विरोध नहीं कर पाए और दम तोड़ दिया। हैरानी की बात है कि मां के साथ नौकरों ने रोहित की शाम 4 बजे के आसपास खबर ली, तो पता चला वह मर चुके हैं। यानी 15 अप्रैल की रात से 16 अप्रैल की शाम 4 बजे तक परिवार का हर सदस्य रोहित की मौत से अंजान था, सिवाय पत्नी अपूर्वा शुक्ला तिवारी के।

जानिए- रोहित शेखर की हत्या से जुड़ी अहम जानकारियां

2017 में मैट्रिमोनियल साइट के जरिये अपूर्वा का रोहित से परिचय हुआ था। इसके बाद कई मुलाकातों के बाद परिवार की रजामंदी के बाद दोनों की शादी हुई थी। 

भाभी के साथ शराब पीता देखकर गुस्सा हो गई थी अपूर्वा

रोहित शेखर तिवारी व अपूर्वा शुक्ला के बीच अनबन तो शादी के तुरंत बाद से ही शुरू हो गई थी। दोनों अलग-अलग कमरे में सोते थे। 15 अप्रैल की रात रोहित को भाभी कुमकुम के साथ कार में एक साथ शराब पीते देख अपूर्वा आगबबूला हो गई थी। इसके बाद मन ही मन अपूर्वा इस कदर मानसिक तनाव में थी कि उसने 15-16 अप्रैल की रात को पति रोहित को मार डाला।


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