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Delhi Mangi Bridge: सड़क बन गई 150 साल पुराने इस पुल की दुश्मन

Delhi Mangi Bridge यह ब्रिज रिंग रोड पर स्थित है। राजघाट की ओर से आकर हनुमान मंदिर की ओर जाने वाले वाहन इस ब्रिज के नीचे से गुजरते हैं। इस ब्रिज के नीचे तीन दरवाजे हैं। वाहनों के टकरा जाने से दाहिनी ओर का अंतिम दरवाजा क्षतिग्रस्त हो गया है।

By JP YadavEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 03:18 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 03:18 PM (IST)
Delhi Mangi Bridge: सड़क बन गई 150 साल पुराने इस पुल की दुश्मन
2010 के अंत में भी इसी तरह की समस्या आई थी।

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। लालकिला और सलीमगढ़ किले को जोड़ने वाले ऐतिहासिक मंगी ब्रिज (पुल) के क्षतिग्रस्त हो जाने के बारे में यह बात सामने आ रही है कि रिंग रोड ही इस पुल को नुकसान पहुंचा रही है। बहरहाल क्षतिग्रस्त हिस्से का संरक्षण कराने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) विशेषज्ञ ढूंढ़ रहा है। इसके लिए इस तरह के कार्य को अंजाम देने वाली विदेशी कंपनियों से भी एएसआइ ने संपर्क किया है। जल्द ही इसके लिए टेंडर जारी होने जा रहे हैं। यह ब्रिज रिंग रोड पर स्थित है। राजघाट की ओर से आकर हनुमान मंदिर की ओर जाने वाले वाहन इस ब्रिज के नीचे से गुजरते हैं। इस ब्रिज के नीचे तीन दरवाजे हैं। वाहनों के टकरा जाने से दाहिनी ओर का अंतिम दरवाजा क्षतिग्रस्त हो गया है।

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ब्रिज में इसलिए टकरा जाते हैं ट्रक

दरअसल रिंग रोड को हर चार या पांच साल में ऊंचा कर बनाया जाता रहा है। जिससे पुल और सड़क के बीच की दूरी कम हो गई है। ऐसे में पिछले सालों से गुजरने वाले ऊंचे ट्रक इससे टकरा जाते हैं, जिससे ब्रिज जर्जर हो गया है।

2010 में भी इसी तरह की आई थी समस्या

इससे पहले 2010 के अंत में भी इसी तरह की समस्या आई थी। उस समय इस ब्रिज का बीच वाला दरवाजा इसी तरह टूट गया था। ऐतिहासिक मंगी ब्रिज के स्वरुप को आधुनिक तकनीक से संवारने का काम अगस्त 2010 में शुरू हुआ था। इस प्राचीन धरोहर के जीर्णोद्धार के लिए एंकरिंग तकनीक का सहारा लिया गया। ताकि बगैर किसी नुकसान के ब्रिज को पुराना आकार दिया जा सके। उस समय मंगी ब्रिज के क्षतिग्रस्त हिस्से को ठीक करने के लिए एआइसी बिल्डिंग साल्यूशन के माध्यम से डायमंड ब्रिक का इस्तेमाल किया गया था। इस कार्य में इंग्लैंड की एक कंपनी की मदद ली गई थी। जिससे ब्रिज के इस हिस्से की उम्र कम से कम सौ साल और बढ़ गई है।

ब्रिज के नीचे आरएमसी की सड़क बनाई गई

ब्रिज के नीचे से गुजरने वाली रिंग रोड पर परत दर परत चढ़ने से सड़क ऊंची हो गई थी। जिससे ब्रिज के नीचे से गुजरने वाले भारी मालवाहक वाहनों का ऊपरी हिस्सा मंगी ब्रिज से टकराता था। इसलिए विभाग ने सड़क के स्तर को तीन फुट नीचा किए जाने का फैसला लिया था। इसके बाद ब्रिज के नीचे रेडीमिक्स कंक्रीट सीमेंट की सड़क बनाई गई। जैसा अंडरपास के निर्माण में किया जाता है। इसी तरह अब क्षतिग्रस्त हो चुके हिस्से को भी ठीक किया जाएगा।

150 साल पहले बना था ब्रिज

लालकिला के पीछे स्थित मंगी ब्रिज का निर्माण 150 वर्ष पूर्व किया गया था। इसका प्रयोग लालकिला से सलीमगढ़ किले में जाने के लिए किया जाता था। वर्तमान में इस ऐतिहासिक ब्रिज के नीचे से रिंग रोड गुजरता है।

क्या है डायमंड ब्रिक

इसके तहत कत्था, चूना व अन्य खनिज पदार्थ से ईंटें तैयार की जाती हैं। जिसका इस्तेमाल अधिकांश रूप से ऐतिहासिक इमारतों का संरक्षण कार्य करने में किया जाता है। तीन गुना तीन इंच नाप (साइज) की इस ब्रिक (ईंट) और लोहे की मोटी सरिया डालकर चिनाई की जाती है। 

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