दिल्ली में भी जीका वायरस की दस्तक, RML अस्पताल के डाक्टरों ने 61 साल के मरीज में की इसकी पहचान
राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल के डाक्टरों ने 61 वर्षीय मरीज में जीका वायरस के संक्रमण की पहचान की है। मामला नवंबर के अंतिम सप्ताह का है। हालांकि मरीज अब स्वस्थ हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई है।
नई दिल्ली राज्य ब्यूरो। कोविड-19 के संक्रमण के बीच डेंगू और चिकनगुनिया जैसी मच्छरजनित बीमारियों के बाद अब जीका वायरस ने भी दिल्ली में दस्तक दे दी है। दिल्ली में जीका वायरस के संक्रमण का पहला मामला सामने आया है। राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल के डाक्टरों ने 61 वर्षीय मरीज में जीका वायरस के संक्रमण की पहचान की है। मामला नवंबर के अंतिम सप्ताह का है। हालांकि, मरीज अब स्वस्थ हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी मिल गई है।
चिकित्सक कहते हैं कि जीका वायरस डेंगू की तरह ज्यादा घातक नहीं है। इसके संक्रमण से हल्की बीमारी होती है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। फिर भी बचाव जरूरी है। आरएमएल अस्पताल के माइक्रोबायोलाजी विभाग की एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा कि शादीपुर इलाके में रहने वाले मरीज को बुखार, शरीर और मांसपेशियों में दर्द के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया था। पहले उनकी डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया की जांच हुई थी, पर इन बीमारियों की पुष्टि नहीं हुई थी। बुखार वाले जिन मरीजों में बीमारी का पता नहीं चल पाता, उनकी अलग से स्क्रीनिंग की जाती है। इसलिए मरीज के ब्लड सीरम, यूरिन और स्वैब के सैंपल लेकर आरटी-पीसीआर जांच की गई तो जीका वायरस के आरएनए की पुष्टि हुई।
दिल्ली का यह पहला मामला होने के नाते भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के प्रोटोकाल के तहत दोबारा जांच के लिए सैंपल को एम्स और पुणो स्थित राष्ट्रीय वायरोलाजी संस्थान (एनआइवी) भेजा गया। वहां से भी जीका वायरस के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद एनआइवी ने ही इसकी सूचना राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) को भेजकर अलर्ट कर दिया। इसके अलावा आरएमएल अस्पताल के डाक्टरों ने भी नगर निगम और जन स्वास्थ्य से संबंधित एजेंसियों को सूचित कर दिया, ताकि जीका वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए कदम उठाया जा सके।
इलाके में कराई गई फागिंग : उत्तरी दिल्ली नगर निगम के जन स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मामले की जानकारी मिलने पर पूरे इलाके में फा¨गग और दवा का छिड़काव कराया गया है। एडीज मच्छर से ही फैलता है जीका का संक्रमण: जीका वायरस का वाहक भी एडीज एजिप्टी मच्छर ही है। एम्स के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डा. आशुतोष विश्वास ने कहा कि जीका संक्रमण में सामान्य तौर पर हल्का बुखार होता है, लेकिन गर्भवती महिलाओं के इससे संक्रमित होने पर गर्भस्थ शिशु का विकास प्रभावित होता है और उसमें जन्मजात विकार होने की आशंका रहती है। कुछ मरीजों में न्यूरो से संबंधी परेशानी भी हो सकती है।