RFID टैग लगाने की समय सीमा 23 तक बढ़ी, कम हुई लोगों की परेशानी
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने कहा कि 13 टोल नाकों पर कॉमर्शियल वाहनों पर RFID टैग के लिए पंजीकरण कराने और टैग लगवाने के लिए लोगों को दिक्कत आ रही थी। इस कारण डेट बढ़ी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। RFID TAG: दिल्ली के टोल नाकों पर कॉमर्शियल वाहनों के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआइडी) टैग अनिवार्य किए जाने को लेकर समय सीमा अब बढ़ाकर 23 अगस्त कर दी गई है। दिल्ली में प्रवेश करने वाले वाहनों के लिए टैग की यह सीमा अब तक 16 अगस्त थी।
13 टोल नाकों पर लोगों को हो रही थी दिक्कत
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने जारी एक बयान में कहा कि 13 टोल नाकों पर कॉमर्शियल वाहनों पर आरएफआइडी टैग के लिए पंजीकरण कराने और टैग लगवाने के लिए लोगों को दिक्कत आ रही थी। वहीं कुछ ट्रांसपोर्टर यूनियन ने पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) से समय सीमा बढ़ाने की भी मांग की थी। इसको देखते हुए टैग लगवाने की समय सीमा अब 23 अगस्त कर दी गई है।
इस बार नहीं बढ़ेगी डेटलाइन
हालांकि निगम ने यह भी स्पष्ट किया कि इसके बाद कोई भी डेडलाइन नहीं बदली जाएगी। अगर कोई कॉमर्शियल वाहन बिना आइएफआइडी टैग के दिल्ली में प्रवेश करेगा तो उससे जुर्माना वसूला जाएगा।
तीन बार बदली है डेट लाइन
निगम के अनुसार, 23 अगस्त तक टैग न लेने वालों या पर्याप्त रिचार्ज राशि न होने पर वाहनों चालकों से पहले सप्ताह में जुर्माने के तौर पर निर्धारित पर्यावरण क्षतिपूर्ति टैक्स और टोल टैक्स राशि का दोगुना भुगतान करना होगा, दूसरे सप्ताह के दौरान यह जुर्माना चार और तीसरे सप्ताह में छह गुना हो जाएगा। टैग को लेकर पिछले डेढ़ माह में तीन बार डेडलाइन बदली है। पहले 10 जुलाई फिर 15 अगस्त और उसके बाद 16 और अब 23 अगस्त डेडलाइन तय की गई है। दूसरी ओर, शुक्रवार शाम को ईपीसीए की सदस्य सुनीता नारायण ने निगम अधिकारियों के साथ बैठक कर योजना की समीक्षा की। वहीं डीएनडी पर टैग लगवाने वाले वाहनों के कारण यातायात प्रभावित नहीं हुआ।
लोगों ने अब तक 95 हजार टैग लिए
दिल्ली में प्रवेश के लिए कॉमर्शियल वाहनों पर आरएफआइडी टैग अनिवार्य होने की वजह से लोग अब तक 95 हजार टैग ले चुके हैं। पिछले एक सप्ताह में 50 हजार आरएफआइडी टैग जारी किए गए हैं। निगम के पास पहले से करीब दो लाख टैग का स्टॉक था। इसके बाद दो लाख के करीब और टैग का स्टॉक रख लिया गया है। निगम का कहना है कि जिन 13 टोल नाकों पर आरएफआइडी टैग अनिवार्य किया गया है वहां से करीब 85 फीसद कॉमर्शियल वाहन दिल्ली में प्रवेश करते हैं।