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Uttarakhand Bypoll 2022: क्या दिल्ली से तय होगा चंपावत उपचुनाव का परिणाम ? समझिए उत्तराखंड सीएम पुष्कर धामी के दौरे के मायने

Uttarakhand Bypoll 2022 उत्तराखंड विधानसभा उप चुनाव 2022 के तहत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत सीट से हर हाल में जीत सुनिश्चित करना चाहते हैं। ऐसे में वह दिल्ली आकर प्रवासी उत्तराखंड वासियों से मिलजुल रहे हैं।

By Jp YadavEdited By: Published: Sun, 22 May 2022 07:58 PM (IST)Updated: Sun, 22 May 2022 07:58 PM (IST)
Uttarakhand Bypoll 2022: क्या दिल्ली से तय होगा चंपावत उपचुनाव का परिणाम ? समझिए उत्तराखंड सीएम पुष्कर धामी के दौरे के मायने
Uttarakhand Bypoll 2022: क्या दिल्ली से तय होगा चंपावत उपचुनाव का परिणाम ?

नई दिल्ली [राहुल चौहान]। उत्तराखंड विधानसभा उप चुनाव 2022 में अपनी परंपरागत सीट खटीमा से चुनाव हारने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत उपचुनाव में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते हैं। यही वजह है कि  मतदाताओं को साधने दिल्ली तक आए। शनिवार को उन्होंने पंत मार्ग स्थित दिल्ली भाजपा के कार्यालय में उत्तराखंड के लोगों से संवाद किया तथा उनसे इस चुनाव में पूरी ताकत लगा देने का आग्रह किया।

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उन्होंने कहा कि चंपावत के मतदाता पांच दिन की छुट्टी लेकर मतदान करने आएं और दूसरे मतदाताओं को भी जागरूक करें। कार्यक्रम में एक हजार से अधिक लोगों की मौजूदगी थी। साथ में नैनीताल-ऊधम सिंह नगर लोकसभा क्षेत्र के सांसद व केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट व दिल्ली अध्यक्ष आदेश गुप्ता भी मौजूद थे।

बताते चलें कि राष्ट्रीय राजधानी में बड़ी संख्या में उत्तराखंड के लोग रहते हैं। उनमें चंपावत के लोग भी हैं। चंपावत में होने वाले उपचुनाव में 31 मई को मतदान होना है। पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि दिल्ली में रहने वाले उत्तराखंड के लोग विधानसभा के अपने रिश्तेदारों व संबंधियों से भी वोट डलवाने के लिए अपील करें।

उत्तराखंड में एक सीट के उपचुनाव के लिए दिल्ली तक प्रचार के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जब पूरे प्रदेश का चुनाव होता है तो लोगों को पता होता है। लेकिन, जब सिर्फ एक सीट का उपचुनाव होता है तो बहुत कम लोगों को ही इसकी जानकारी होती है। इसलिए सबको बताने आए हैं। 

इस मौके पर वह समान नागरिक संहिता को लागू करने की बात दोहराना नहीं भूले तथा बताया कि इसके लिए जल्दी समिति गठित कर ड्राफ्ट तैयार करा लिया जाएगा। वह खटीमा में मिली हार का जिक्र करते हुए कहा कि कभी-कभी लोग भंवर में फंस जाते हैं। मैं भी खटीमा में भंवर में फंस गया, लेकिन, केंद्रीय नेतृत्व ने मुझे फिर से उत्तराखंड की सेवा करने का मौका दिया है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में हमारी सरकार लगातार पूरे प्रदेश में चहुंमुखी विकास करने में जुटी है।

उल्लेखनीय है कि फरवरी माह में संपन्न हुए उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में पुष्कर सिंह धामी खटीमा सीट से करीब तीन हजार वोटों के अंतर से कांग्रेस के भुवन चंद्र कापड़ी से करीब साड़े सात हजार वोट से चुनाव हार गए थे। जिसके बाद चंपावत के भाजपा विधायक कैलाश गहतोड़ी ने इस्तीफा देकर धामी के लिए सीट खाली की है।  


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