गरमाया श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 453 स्वरूप गायब होने का मामला, शिअद बादल के प्रदेश उपाध्यक्ष का इस्तीफा
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीपीसी) के सक्रिय सदस्य और शिरोमणि अकाली दल बादल के प्रदेश उपाध्यक्ष हरजिंदर सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका को अपना इस्तीफा भेजा है।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। पंजाब के अमृतसर से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के सैकड़ों स्वरूप गायब होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर शिरोमणि अकाली दल (शिअद बादल) के नेता भी अपने बड़े नेताओं से नाराज हैं। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीपीसी) के सदस्य और शिअद बादल के प्रदेश उपाध्यक्ष हरजिंदर सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका को अपना इस्तीफा भेजा है। उन्होंने इस पत्र मे गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों के गायब होने पर अपना दर्द बयां किया है।
हरजिंदर सिंह ने कहा कि अमृतसर से गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों के गायब होने पर पार्टी ने संगत को सही जवाब नहीं दिया है। इस मामले में रोष जता रहे संगतों के ऊपर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की टास्क फोर्स द्वारा डंडे बरसाए गए। यह बेहद दुखद है और इस कारण वह पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं।
हरजिंदर सिंह ने वर्ष 2017 में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी चुनाव भाई रंजीत सिंह की पार्टी अकाल सहाय वेलफेयर सोसाइटी के टिकट पर जीता था। उसके बाद वह शिअद बादल में शामिल हो गए थे। बता दें कि जग आसरा गुरु ओट (जागो) के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने आरोप लगाया है कि एसजीपीसी से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 453 स्वरूप गायब हो गए हैं।
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