हिंदूराव के साथ कस्तूरबा गांधी अस्पताल के रेजीडेंट डाक्टरों ने भी शुरू की हड़ताल, तीन महीने से नहीं मिला वेतन
कस्तूरबा गांधी अस्पताल में के रेजीडेंट डाक्टरों ने भी वेतन मिलने के विरोध में मंगलवार से हड़ताल शुरू कर दी है। अस्पताल के रेजीडेंट डाक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. सुनील कुमार ने बताया कि फिलहाल 23 से 25 नवंबर तक सुबह नौ बजे से 12 बजे तक हड़ताल करेंगे।
नई दिल्ली [राहुल चौहान ]। उत्तरी निगम के कस्तूरबा गांधी अस्पताल में के रेजीडेंट डाक्टरों ने भी वेतन मिलने के विरोध में मंगलवार से हड़ताल शुरू कर दी है। अस्पताल के रेजीडेंट डाक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. सुनील कुमार ने बताया कि फिलहाल 23 से 25 नवंबर तक सुबह नौ बजे से 12 बजे तक हड़ताल करेंगे। इसके बाद भी अगर वेतन नहीं मिलता है तो 26 नवंबर से पूरे दिन की हड़ताल शुरू करेंगे। उन्होंने बताया कि तीन महीने से वेतन न देने के साथ ही उत्तरी निगम द्वारा सातवें वेतन आयोग के अनुसार बढ़ाया गया दैनिक भत्ता (डीए) भी देना शुरू नहीं किया गया है।
जबकि दिल्ली सरकार के विभागों और दक्षिणी निगम में यह लागू हो चुका है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले निगम के हिंदूराव, राजन बाबू, गिरधारी लाल सहित अन्य अस्पतालों में भी डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मी वेतन न मिलने के विरोध में हड़ताल पर बैठे हैं। इससे सभी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चरमरा गई हैं। अस्पतालों में आने वाले मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
हालांकि, वरिष्ठ डाक्टरों द्वारा ओपीडी में मरीजों को देखा जा रहा है, लेकिन डाक्टरों की सीमित संख्या होने के कारण मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। हिंदू राव अस्पताल आरडीए के अध्यक्ष डा. तनुराज त्यागी का कहना कि अस्पताल में रेजीडेंट डाक्टरों की संख्या 400 से अधिक है। हम सब लंबे समय से वेतन, डीए सहित अन्य मांग कर रहे है। लेकिन इन सब के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। इसलिए जब तक उन्हें लिखित में वेतन देने का आश्वासन नहीं दिया जाता है तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
जल्द दूर होगी डाक्टरों की समस्या: महापौर राजा इकबाल सिंह ने मंगलवार को हड़ताल पर बैठे डाक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों से वापस काम पर लौटने की गुहार लगाई। साथ ही उन्होंने आश्वासन भी दिया कि जल्द ही उनकी समस्याओं को दूर किया जाएगा। बैठक के बाद पूर्व महापौर जय प्रकाश ने कहा कि निगम के डाक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की यूनियन के साथ उनकी समस्याओं को सुना और जल्द समाधान निकालने का आश्वासन दिया गया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। यदि वह जल्द काम पर लौटते हैं तो सभी को बड़ी राहत मिलेगी।