दिल्ली में दहशतभरी रात में 50 परिवारों की उड़ी रही नींद, पुलिस मौजूदगी थी फिर भी डर न हुआ कम
Sarai Kale Khan village Accident दिल्ली पुलिस पहुंचने के बावजूद पूरी रात ये परिवार जागते रहे और एक-दूसरे को फोन करके उनका हाल पूछते रहे। हालत ये थे कि पुलिस की मौजूदगी में भी लोग बालकनी में जाने से डर रहे थे।
नई दिल्ली [गौरव बाजपेयी]। सराय काले खां गांव में शनिवार की रात युवकों द्वारा किए गए उत्पात के बाद 50 से अधिक परिवारों ने रात दहशत में गुजारी। दिल्ली पुलिस पहुंचने के बावजूद पूरी रात ये परिवार जागते रहे और एक-दूसरे को फोन करके उनका हाल पूछते रहे। हालत ये थे कि पुलिस की मौजूदगी में भी लोग बालकनी में जाने से डर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हथियारों व लाठी-डंडों से लैस बेखौफ युवक बस्ती में जिस तरह हंगामा बरपा रहे थे, उससे लगा कि वह पूरी बस्ती को सजा देना चाहते हैं। इस बीच उन्हें जो भी दिख रहा था उस पर वह हमलावर हो रहे थे। ऐसे में बाहर खड़े वाहनों को छोड़ लोग घरों में दुबके रहे। मोहल्ले की ही एक महिला ने बताया कि वह खिड़की के पास खड़े होकर गली का नजारा देखने का प्रयास कर रही थीं। इसी बीच कुछ युवक उनके घर की तरफ दौड़े। इस पर उन्होंने दरवाजा व खिड़की अंदर से बंद कर ली। आरोप है कि इसके बावजूद कुछ युवक उनके दरवाजे में पैर मारकर उसे तोड़ने का प्रयास करते रहे। उपद्रवियों का खौफ मोहल्ले के लोगों में इस कदर था कि रविवार को पुलिस बल की मौजूदगी में भी लोग अपना नाम बताने के लिए तैयार नहीं थे।
बाहर निकले तो पत्थर व चाकू से किया हमला
सराय काले खां निवासी सनी कुमार ने बताया कि रात करीब 11 बजे जब उपद्रव शुरू हुआ तो वह खाना खा रहे थे। शोर सुनकर वह बाहर निकले तो उपद्रवियों ने पहले एक पत्थर फेंका जो उनके पैर में लगा। इसके बाद फेंककर चाकू मारा जिससे वह जख्मी हो गए। इस उन्होंने अंदर घुस गए तो उपद्रवियों ने दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया।
बाहर के नहीं थे उपद्रवी
बस्ती के लोगों का कहना है कि गलियों में पत्थरबाजी करने वाले उपद्रवी बाहर के नहीं थे। वह आस-पड़ोस के ही रहने वाले युवक हैं। पूरी घटना गली में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। लोगों ने पुलिस को दी शिकायत में करीब 12 युवकों के नाम बताए हैं। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस के सामने भी उपद्रव
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक करीब आधे घंटे बाद मौके पर पहुंची पुलिस के सामने भी उपद्रवी बवाल करते रहे। इस दौरान घायल हुए सनी कुमार व बस्ती के लोगों ने बताया कि उपद्रवी लगातार गालियां दे रहे थे। बंद दरवाजों पर तलवारों और लाठी डंडों से प्रहार कर दरवाजा तोड़ने की भी कोशिश कर रहे थे। वे खून की होली खेलने तक की धमकी दे रहे थे।