पढ़िए शाह रूख खान के बेटे आर्यन और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र के बारे में क्या बोले कुमार विश्वास
रेव पार्टी में पकड़े गए शाह रूख खान के बेटे आर्यन खान की वजह से ये पार्टी खासी चर्चा में आ गई इसी तरह से यूपी के लखीमपुर खीरी में किसानों के शांतिपूर्वक प्रदर्शन के दौरान उनके बीच से थार के गुजर जाने से वो भी चर्चा में है।
नई दिल्ली, विनय तिवारी। इन दिनों लखीमपुर खीरी में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुआ हादसा और मुंबई में क्रूज पर रेव पार्टी कर रहे बालीवुड सुपर स्टार शाह रूख खान के बेटे आर्यन खान के पकड़े जाने की खबर की खासी चर्चा है। देश भर में इन दोनों घटनाओं को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। मुंबई की रेव पार्टी में पकड़े गए शाह रूख खान के बेटे आर्यन खान की वजह से ये पार्टी खासी चर्चा में आ गई।
इसी तरह से यूपी के लखीमपुर खीरी में किसानों के शांतिपूर्वक प्रदर्शन के दौरान उनके बीच से थार गाड़ी के निकल जाने और उसकी चपेट में आ जाने के 8 किसानों की मौत से बवाल हो गया। इस मामले को सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान लिया और प्रदेश सरकार से रिपोर्ट तलब की है। खैर पूरे मामले को लेकर विपक्ष भी आक्रामक है और भाजपा नेता और केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी और उनके बेटे आशीष मिश्र की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है।
अपनी व्यक्ति व थोबड़ा-पूजक आदतों का ठीकरा व्यवस्था के सर पर फोड़ना बंद करिए।सबको पता है कि आने वाले वर्षों में आशीष मिश्र बड़ा नेता बनेगा और आर्यन खान बड़ा अभिनेता।क्यूँकि इन्हें वोट देकर और इनके टिकट ख़रीदकर इन्हें बडा बनाएँगे तो आप और हम ही।पहले भी बनाए हैं कई बाबा कई सुल्तान👎🏿— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) October 8, 2021
उधर कवि कुमार विश्वास ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अपने ट्विटर एकाउंट पर उन्होंने लिखा है कि अपनी व्यक्ति व थोबड़ा-पूजक आदतों का ठीकरा व्यवस्था के सर पर फोड़ना बंद करिए।सबको पता है कि आने वाले वर्षों में आशीष मिश्र बड़ा नेता बनेगा और आर्यन खान बड़ा अभिनेता।क्यूँकि इन्हें वोट देकर और इनके टिकट ख़रीदकर इन्हें बडा बनाएँगे तो आप और हम ही।पहले भी बनाए हैं कई बाबा कई सुल्तान
हालांकि दूसरे दिन ही एडीजी प्रशांत कुमार ने किसान नेता राकेश टिकैत के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस करके किसानों की मांगे मान ली थी, प्रदेश सरकार की ओर से मृत परिवार को 45 लाख और घायलों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद की घोषणा कर दी गई थी। इसी के साथ धरना प्रदर्शन समाप्त हो गया था मगर विपक्ष ने इसे राजनीतिक मुद्दा बना दिया। सपा, बसपा, रालोद और कांग्रेस के बड़े नेताओं ने लखीमपुर खीरी पहुंचकर और उसके बारे में बयानबाजी करके मामले को बड़ा कर दिया।
फिलहाल दोनों मामलों में बयानबाजी और जांच का काम चल रहा है। इस बीच आर्यन को 17 अक्टूबर तक के लिए जेल भेज दिया गया है। चूंकि अगले साल यूपी में चुनाव है इस वजह से विपक्ष ऐसे किसी भी मुद्दे को हल्का नहीं छोड़ना चाह रहा है। इसी वजह से सभी राजनैतिक दल ऐसे मामलों में अधिक से अधिक संवेदना और आम लोगों का सपोर्ट हासिल करना चाह रहे हैं।
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