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कोरोना काल में पढ़ें डायटिशियन की सलाह, क्या खाएं और किससे रहें दूर, वर्क फ्राम होम वाले रखें विशेष ध्यान

लोग शरीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा पर ध्यान रखें। इसे बढ़ने से रोकने के लिए लोगों को कोल्ड ड्रिंक पास्ता समेत अन्य जंक फूड नहीं खाने चाहिए। इससे शरीर का मोटा होता है। खासतौर से वर्क फ्राम होम करने वाले लोगों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Wed, 26 May 2021 12:21 PM (IST)Updated: Wed, 26 May 2021 12:21 PM (IST)
कोरोना काल में पढ़ें डायटिशियन की सलाह, क्या खाएं और किससे रहें दूर, वर्क फ्राम होम वाले रखें विशेष ध्यान
किसी भी व्यक्ति के लिए अच्छा और पौष्टिक आहार उसको सही करने में तेजी से मदद करता है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। कोविड-19, ब्लैक फंगस व व्हाइट फंगस जैसी बीमारियों से लड़ने में रोग प्रतिरोधक क्षमता का बड़ा योगदान है। किसी भी व्यक्ति के लिए अच्छा और पौष्टिक आहार उसको सही करने में तेजी से मदद करता है। सर गंगाराम अस्पताल की डायटिशियन सतनाम कौर का कहना है कि कोरोना बीमारी के कारण करीब छह से आठ महीने तक किसी भी व्यक्ति के विभिन्न अंगों, विशेष रूप से यकृत और फेफड़ों को प्रभावित करती है, जिनसे सही होने में दवाओं के साथ-साथ खानपान भी विशेष महत्व रखता है।

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उन्होंने कहा कि लोग शरीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा पर ध्यान रखें। इसे बढ़ने से रोकने के लिए लोगों को कोल्ड ड्रिंक, पास्ता समेत अन्य जंक फूड नहीं खाने चाहिए। इससे शरीर का मोटा होता है। खासतौर से वर्क फ्राम होम करने वाले लोगों को इस ओर ध्यान देना चाहिए। सतनाम कौर ने कहा कि कोविड-19 के इस दौर में वैसे हर किसी को अपने खानपान का ध्यान रखना चाहिए, लेकिन उच्च रक्तचाप, मधुमेह, गुर्दे की शिथिलता, हृदय की बीमारी से परेशान लोगों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि लोगों को खाने की कैलोरी पर भी ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि कैलोरी व्यक्तियों की पोषण स्थिति, आयु, बीएमआई आदि पर निर्भर करती है। मोटापे से ग्रस्त व्यक्ति में अक्सर श्वसन संबंधी शिथिलता, बिगड़ा हुआ प्रतिरक्षा कार्य, सूजन में वृद्धि और फेफड़ों की मात्रा और मांसपेशियों की ताकत कम होती है। ऐसे लोगों को कम कैलोरी वाला खाना खाना चाहिए। वहीं, कोविड पर काबू पाने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में प्रोटीन बेहद जरूरी पोषक तत्व है। रोजाना प्रोटीन की उच्च मात्रा शरीर में जाने से मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके लिए लोगों को दूध, दही, पनीर, फलियां, दाल, अंकुरित अनाज आदि को शामिल करें। गुर्दे की बीमारियों वाले लोगों की यह नहीं खाना चाहिए।

इन बातों का भी रखें ध्यान

- साबुत अनाज जैसे दलिया, जई, सूजी आदि, सभी प्रकार के फल और सब्जियों का करें प्रयोग।

- खाना पकाने के लिए सरसों का तेल, चावल की भूसी का तेल, मूंगफली का तेल का करें प्रयोग।

- प्रोबायोटिक्स प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को संशोधित करने में याकुल्ट जैसे प्रोबायोटिक पेय का उपयोग है एक अच्छा विकल्प।

- पतला छाछ, सूप, नारियल पानी, नमकीन नींबू पानी और ओआरएस का उपयोग करें।

- कोला और अन्य मीठे पेय पदार्थ पीने से बचें, होती है अधिक कैलोरी

- मिठाई जैसे गुलाब जामुन इत्यादि खाने से बचें।

- जंक फूड जैसे बर्गर, पिज्जा आदि ना खाएं।


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