Inside Story: पढ़िए, 15 अप्रैल की आधी रात का पूरा सच, इस तरह हुआ रोहित का मर्डर
दिल्ली पुलिस के मुताबिक पत्नी अपूर्वा ने अपने पति रोहित की हत्या का गुनाह कबूला है। साथ ही पेशे से वकील अपूर्वा ने यह भी बताया कि कैसे उसने 90 मिनट के दौरान पति की हत्या की?
नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनकर इतिहास रचने वाले दिवंगत नेता नारायण दत्त तिवारी (Naryan Dutt Tiwari) के बेटे रोहित शेखर तिवारी हत्याकांड (Rohit Shekhar Murder Case) का राज दिल्ली पुलिस ने खोला तो सब हैरान रह गए। दरअसल, रोहित शेखर की हत्या का खुलासा करते हुए बुधवार को दिल्ली पुलिस ने रोहित की पत्नी अपूर्वा (Apoorva Shukla) को गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, पत्नी अपूर्वा शुक्ला ने अपने पति रोहित की हत्या का गुनाह कबूल लिया है। साथ ही पेशे से वकील अपूर्वा ने यह भी बताया कि कैसे उसने 90 मिनट के दौरान अपनी पति की मौत की घटना को अंजाम दिया और इस दौरान सबूत मिटाने की कोशिश भी की। अपूर्वा के बताए घटनाक्रम के मुताबिक, रोहित और अपूर्वा के बीच संबंध शादी के कुछ दिन बाद से ही खराब होने लगे थे, क्योंकि रोहित की शराब पीने की आदत का पता शादी के कुछ दिन बाद ही पत्नी अपूर्वा को चल गया था। इस बीच अपूर्वा ने रोहित को शराब छोड़ने को कहा, लेकिन रोहित ने उसकी बात नहीं मानी। धीरे-धीरे अपूर्वा को यह भी पता चल गया कि रोहित को हृदय संबंधी बीमारी है और उसे दो बार हार्टअटैक भी आ चुका है, बावजूद इसके वह नींद की दवाइयां लेता था। इसके बाद से दोनों के बीच संबंध इस कदर खराब हो गए कि दोनों ने एक कमरे में रहना-सोना छोड़ दिया। आवास में मौजूद घरेलू सहायकों के मुताबिक, पति-पत्नी दोनों अलग-अलग कमरों में सोते थे और उन दोनों के बीच बातचीत न के बराबर होती थी।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर क्राइम ब्रांच राजीव रंजन ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर आधिकारिक रूप से रोहित की हत्या का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि वैवाहिक जीवन में कलह और संपत्ति नहीं मिलने की वजह से अपूर्वा शुक्ला अवसाद में थी। घटना वाले दिन रोहित और भाभी कुमकुम के एक साथ शराब पीने को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ था। इसी दौरान गुस्से में आकर अपूर्वा ने रोहित का गला घोंट दिया। बीमारियों से शरीर कमजोर होने और नशे की हालत में होने की वजह से रोहित अपूर्वा का विरोध नहीं कर पाए। वारदात के बाद उसने रोहित की नाक और मुंह को भी दबाया था। रोहित के मुंह और नाक से खून निकलने की यही वजह मानी जा रही है।
यह है 15-16 मई की रात की सच्चाई
पुलिस के मुताबिक, 15 अप्रैल को रोहित जब परिवार के अन्य सदस्यों के साथ वोट डालकर लौट रहे थे, उसी समय अपूर्वा ने वाट्सएप पर उन्हें कॉल की थी। इसमें वह कुमकुम के साथ एक ही गिलास में शराब पीते दिखे थे। रात करीब 10.30 बजे रोहित घर लौटे तो कार में कुमकुम भी बैठी थीं। रोहित के ड्राइवर अखिलेश कार चला रहे थे। पीछे की सीट पर एक तरफ रोहित, बीच में निगम (एनडी तिवारी के पीए रह चुके हैं) और दूसरी तरफ कुमकुम बैठी थी। घर आने के बाद रोहित ने अकेले, जबकि अन्य सभी ने एक साथ खाना खाया। इसके बाद रोहित की मां उज्ज्वला रात करीब 12 बजे राजीव व कुमकुम के साथ तिलक लेन स्थित घर चली गईं, जबकि रोहित ऊपर सोने चले गए। यहां अपूर्वा व रोहित में बहस शुरू हो गई और कुछ देर बाद आखिरकार रोहित की जान ही चली गई। पुलिस को दिए बयान में अपूर्वा ने साफतौर पर कहा कि वह अपने और रोहित के बीच रिश्ते को लेकर परेशान थी, शादी उसके लिए किसी समस्या की तरह हो गई थी। अपूूर्वा की मानें तो रोहित उत्तराखंड गए थे और वापसी में पूरे रास्ते के दौरान रोहित अपनी एक महिला मित्र के साथ शराब पीता रहा। अपूर्वा ने रोहित को वीडियो कॉल किया तो यह जानकार गुस्सा हो गई कि वह महिला और रोहित शेखर दोनों नशे में धुत हैं।
पहले गला, फिर नाक और मुंह दबाकर मार डाला
एक ही गिलास में कुमकुम के साथ शराब पीने की बात पर अपूर्वा बुरी तरह भड़क गईं और गुस्से में अपने कमरे में जाकर टेलीविजन देखने लगी। रात करीब एक बजे जब घर के अन्य सदस्य सो गए तो वह दोबारा रोहित के कमरे में गई। यहां फिर उनमें बहस हुई, लेकिन अत्यधिक नशे के कारण रोहित बिस्तर पर ही पड़े रहे। इससे गुस्से में आकर अपूर्वा ने रोहित का गला दबा दिया। इसके बाद नाक और मुंह भी दबाया। रोहित की मौत होने के बाद वह घबरा गई और एक घंटे तक कमरे में ही बैठी रही। इसके बाद करीब ढाई बजे अपने कमरे में जाकर सो गई। अगली सुबह 11 बजे रोहित की मां उज्ज्वला ने फोन कर पूछा कि रोहित जागा या नहीं। इस पर अपूर्वा ने बताया कि वह देर से सोए थे, अभी नहीं जागे हैं। लेकिन, माजरा तो कुछ और ही था।
रोहित की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या का शक जाहिर किए जाने के बाद शुक्रवार (19 अप्रैल) को क्राइम ब्रांच की टीम जब रोहित के डिफेंस कालोनी स्थित घर पहुंची तब अपूर्वा ने उन्हें घर में घुसने नहीं दिया। हालांकि, पुलिस के आगे उसकी नहीं चली। संयोग था कि 16 की शाम को डिफेंस कॉलोनी पुलिस ने रोहित का कमरा सील कर दिया था। इसलिए अपूर्वा रोहित के कमरे से सुबूत नहीं मिटा पाई थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने जब कमरे को खोलकर आपराधिक एंगल पर जांच शुरू की तो प्रथमदृष्टया ही हत्या की बात स्पष्ट हो गई थी। लेकिन, बिना सुबूतों के पुलिस अपूर्वा पर शिकंजा कसना नहीं चाहती थी। इसके बाद घर में मौजूद सभी सदस्यों से पांच दिन तक गहन पूछताछ की गई। इस बीच कई कई बार सभी से अलग अलग पूछताछ की गई फिर आमने-सामने बैठाकर भी पूछताछ की गई। पूछताछ में सामने आए तथ्यों को क्रॉस चेक भी किया गया। मोबाइल कॉल डिटेल रिकार्ड की जांच की गई। बिस्तर व तकिया पर मिले खून की फोरेंसिक जांच कराई गई। फिंगर प्रिंट और डीएनए जांच रिपोर्ट ने भी अपूर्वा को ही संदेह के घेरे में खड़ा किया। जांच में सहयोग नहीं करने से भी पुलिस का शक अपूर्वा पर गहरा गया था। शुरू में अपूर्वा ने बताया कि घटना वाली रात वह रोहित के कमरे में गई थी। वहां कुछ घंटे बैठी और उसके बाद वापस अपने कमरे में चली आई थी। उस रात रोहित के कमरे में किसी और के जाने के सुबूत नहीं मिले। इस आधार पर जब पूछताछ की गई तब अपूर्वा ने हत्या करने की बात कुबूल कर ली। रोहित के कमरे में चादर और तकिया पर अपूर्वा के फिंगर प्रिंट भी मिले हैं।
अपूर्वा का परिवार मनी माइंडेड
क्राइम ब्रांच की जांच के दौरान उज्ज्वला रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा तिवारी के लगातोर चौंकाने वाले बयान आ रहे थे। बीते रविवार (21 अप्रैल) को उन्होंने कई नए खुलासे किए थे। उन्होंने कहा था कि रोहित पहली बार अपूर्वा से 2017 में लखनऊ में मिले थे। मेट्रोमोनियल साइट के जरिये इनका परिचय हुआ था। अपूर्वा मेरे करीबी रिश्तेदार की पत्नी पर रोहित से अवैध रिश्ते होने का शक करती थी जो गलत था। रोहित से शादी करने के बाद से ही अपूर्वा को रिश्तेदार व उनकी पत्नी से परेशानी थी। उन्होंने कहा था कि अपूर्वा का परिवार मनी माइंडेड है।
विवाह के पहले था बॉयफ्रेंड
उज्ज्वला ने कहा था कि विवाह के पहले अपूर्वा का बॉयफ्रेंड था। उनके पिता गलत बोल रहे हैं। अपने मेमेरे भाई राजीव के बेटे कार्तिक को सिद्धार्थ अपनी प्रॉपर्टी का हिस्सा देना चाहता है। इस बात से अपूर्वा नाखुश थी। राजीव और उनकी पत्नी ने 40 वर्ष मेरी व एनडी तिवारी की सेवा की है, इसलिए एनडी तिवारी इन्हें पुत्रवत मानते थे। मुझे कैंसर होने के बाद ये लोग मेरी सेवा के लिए मौजूद रहे। नवंबर 2017 में राजीव का परिवार मेरे यहां से तिलक लेन शिफ्ट हो गया था। तब कोई बात नहीं हुई। शादी के बाद रोहित जब डिफेंस कॉलोनी में रहने लगे तब शक होने लगा। उन्होंने कहा कि बच्चों के अंदरूनी मामलों में मैं दखल नहीं देना चाहती हूं। आजकल शादियां इतने विलंब से होती हैं। लड़के-लड़कियों की 35-40 साल तक शादी नहीं होती है। जवान बच्चे एक-दूसरे से हंसी मजाक कर लेते हैं, यह अलग बात है। अपनी कमी को छिपाने के लिए गलत आरोप लगाए जा रहे थे।
अपूर्वा और रोहित जून में लेने वाले थे तलाक
उज्ज्वला ने आरोप लगाया था कि अपूर्वा रोहित और सिद्धार्थ की प्रॉपर्टी हड़पना चाह रही थी। रोहित को यहां तक परेशान किया गया था कि उसने जब अपूर्वा से कहा कि तुम्हारी मां ने मेरी मां पर गलत और आधारहीन आरोप लगाए हैं, मैं तुम्हारी मां से मिलना नहीं चाहता हूं। मैं उनका मुंह नहीं देखना चाहता हूं, तब अपूर्वा ने रोहित से कहा था कि वह उनकी मां के लिए मध्य प्रदेश में मकान बनाकर दें। इस पर रोहित ने मना कर दिया था। उज्ज्वला ने आरोप लगाया कि इनके दिमाग में यह बात है कि एनडी तिवारी की अकूत संपत्ति है। इनके दिमाग में यही नाचता रहता है कि कैसे कितना निकाल लें। कई बार बातें हुई कि आपसी सहमति से अपूर्वा और रोहित का तलाक हो जाए। यह तय हुआ था कि जून में आपसी सहमति से तलाक लेकर दोनों अलग हो जाएंगे, लेकिन 15 अप्रैल की रात को रोहित की हत्या हो गई।
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