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CM योगी को आखिर क्यों करनी पड़ी अपनी IPS अफसर पर कार्रवाई, पढ़िए- Inside story

लगातार विवादों में रहने वाले IPS वैभव कृष्ण समाजवादी पार्टी की सरकार रहने के दारौन पड़ोसी जिले बुलंदशहर में भी निलंबित हुए थे।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 09 Jan 2020 07:37 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jan 2020 07:33 AM (IST)
CM योगी को आखिर क्यों करनी पड़ी अपनी IPS अफसर पर कार्रवाई, पढ़िए- Inside story
CM योगी को आखिर क्यों करनी पड़ी अपनी IPS अफसर पर कार्रवाई, पढ़िए- Inside story

नोएडा, जागरण संवाददाता। आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद आखिरकार उत्तर प्रदेश का शो विंडो कह जाने वाले गौतमबुद्धनगर के एसएसपी वैभव कृष्ण पर सीएम योगी आदित्यनाथ को कार्रवाई करनी ही पड़ी और उन्हें निलंबत कर दिया गया। इसी के साथ शासन स्तर पर पड़ोसी जिले गाजियाबाद के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह, रामपुर के एसएसपी अजय पाल शर्मा, सुल्तापुर के एसपी समेत कुल 14 पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया है। 

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हम यहां पर बता रहे हैं आखिर क्यों यूपी सीएम को इतनी बड़ी कार्रवाई करनी पड़ी। बता दें कि लगातार विवादों में रहने वाले IPS वैभव कृष्ण समाजवादी पार्टी की सरकार रहने के दारौन पड़ोसी जिले बुलंदशहर में भी निलंबित हुए थे। बता दें कि IPS वैभव कृष्ण को पद से इसलिए निलंबित किया गया, क्योंकि उन्होंने सरकारी कागजात लीक किए हैं।

आपत्तिनजक वीडियो बना बड़ी वजह

गौतमबुद्धनगर के एसएसपी वैभव कृष्ण का पिछले महीने दिसंबर के आखिरी दिनों में एक आपत्तिजनक वीडियो  वायरल हुआ था। इसके अलावा एक चैट भी सोशल मीडिया में आया था। इस वीडियो में एक महिला की तस्वीर आपत्तिनजकर आवाज के साथ नजर आ रही थी। वैसे पूरे मामले में कुल तीन वीडियो एक मेरठ, दूसरा नोएडा और तीसरा गाजियाबाद से वायरल हुआ था। इनमें से एक वीडियो में पीछे से एक लड़की की अश्लील बातें करते हुए आवाज सुनाई-दिखाई पड़ रही है। दूसरे वीडियो में एसएसपी के होने और तीसरे वीडियो में केवल एसएसपी का चेहरा दिखाई दे रहा है। इन तीनों वीडियो के सामने ही वैभव कृष्ण बेहद नाराज हुए और उन्होंने पत्रकार वार्ता कई अधिकारियों को घेरा

पत्रकार वार्ता बनी कार्रवाई कारण

इस मामले के सामने आने के बाद एसएसपी वैभव कृष्ण की पत्रकार वार्ता को शासन स्तर पर भी संज्ञान में लिया गया और इसे उल्लंघन माना गया। हालांकि, तब यूपी डीजीपी ओपी सिंह सख्त अंदाज में दिखे थे और उन्होंने पत्रकार वार्ता कर पूरे मामले की जांच की बात कही थी। दरअसल, वैभव कृष्ण ने आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अपने ही महकमें के अधिकारियों अजय पाल शर्मा, सुधीर सिंह, हिमांशु कुमार, राजीव नारायण मिश्रा और गणेश साहा पर ट्रांसफर पोस्टिंग का धंधा चलाने जैसा आरोप लगा दिया। इसी के साथ  पत्रकार वार्ता में यह भी कहा कि उनका ‘मॉर्फ्ड वीडियो' जानबूझक जारी किया गया है।  


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