Naxal Attack Chhattisgarh: 'किससे कहें ? सुनेगा भी कौन ?' छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले पर कुमार विश्वास का ट्वीट
Naxal Attack Chhattisgarh हर भारतीय ने नक्सलियों के इस कायराना कृत्य की घोर निंदा और आलोचना की है। इस कड़ी में देश के जाने-माने कवि कुमार विश्वास ने भी तंज कसा है और अपनी पीड़ा बयां की है।
नई दिल्ली/गाजियाबाद, ऑनलाइन डेस्क। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले के दौरान 22 जवानों की शहादत ने देश के हर नागरिक को झकझोर कर रख दिया है। हर भारतीय ने नक्सलियों के इस कायराना कृत्य की घोर निंदा और आलोचना की है। इस कड़ी में देश के जाने-माने कवि कुमार विश्वास ने भी तंज कसा है और अपनी पीड़ा बयां की है।
अपने ताजा ट्वीट में कवि कुमार विश्वास ने कहा है- 'किससे कहें ? सुनेगा भी कौन ? सब तो व्यस्त हैं। कोई जीतने में, कोई हारने में। हर बार बेबस होकर बस रो लेते हैं, सो रो रहे है। बचाते रहो अपनी-अपनी पार्टियां और अपने-अपने देवता। हम कंधार से बर्मा तक फैले भारत थे! मरते-लुटते रहे थे, रहे हैं। कभी बाहर कभी अंदर वालों से। NaxalAttack'
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर में हुए नक्सली हमले के दौरान जवाबी कार्रवाई में शहीदों ने 12 नक्सलियों ढेर कर दिया। वहीं, इस हमले में 22 जवान शहीद हुए और 32 घायल हैं। घटनाक्रम के मुताबिक, शुक्रवार की रात को छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा जिले से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान में रवाना किया गया था।
बताया जा रहा है कि नक्सल विरोधी अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर, सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम से लगभग दो हजार जवान शामिल थे। इस बीच शनिवार को बीजापुर के तर्रेम इलाके में जोनागुड़ा पहाडिय़ों के पास सुरक्षाबलों की ज्वाइंट टीम के साथ नक्सलियों की चार घंटे मुठभेड़ हो गई। इसमें 22 जवान शहीद हो गए।
ये जवान हुए शहीद
- रामदास कोर्राम (कान्स्टेबल)
- जगतराम कंवर (कान्स्टेबल)
- सुखसिंह फरस (कान्स्टेबल)
- रमाशंकर पैकरा (कान्स्टेबल)
- किशोर एंड्रिक (असिस्टेंट कान्स्टेबल)
- सनकूराम सोढ़ी (असिस्टेंट कान्स्टेबल)
- भोसाराम करटामी (असिस्टेंट कान्स्टेबल)
- श्रवण कश्यप (हेड कान्स्टेबल)
- शंकरनाथ (कान्स्टेबल)
- दिलीप कुमार दास (इंस्पेक्टर)
- राजकुमार यादव (हेड कान्स्टेबल)
- शंभूराय (कान्स्टेबल)
- दीपक भारद्वाज (सब इंस्पेक्टर)
- रमेश कुमार जुर्री (हेड कान्स्टेबल)
- नारायण सोढ़ी (हेड कान्स्टेबल)
- रमेश कोरसा (कान्स्टेबल)
- सुभाष नायक (कान्स्टेबल)
- धर्मदेव कुमार (कान्स्टेबल)
- शखामुरी मुराली कृष्ण (कॉन्स्टेबल)
- रथू जगदीश (कान्स्टेबल)
- बबलू रंभा (कान्स्टेबल)
- समैया माड़वी (कान्स्टेबल)