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राकेश टिकैत की एक फोटो हुई वायरल, तो एक ट्विटर एकाउंट से दी गई सफाई, जानिए क्या है पूरा मामला?

इस बार उन्होंने कोई राजनीतिक बयान नहीं दिया न ही किसी नेता को बुरा भला कहा है बल्कि उनकी एक फोटो वायरल हुई इस वायरल फोटो को देखकर अब उनको सफाई देनी पड़ी है। इससे पहले भी कई ऐसे मुद्दे सामने आए जिसमें टिकैत को सफाई देनी पड़ी थी।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 05:16 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 05:16 PM (IST)
राकेश टिकैत की एक फोटो हुई वायरल, तो एक ट्विटर एकाउंट से दी गई सफाई, जानिए क्या है पूरा मामला?
किसान नेता राकेश टिकैत को अब अपनी एक पिक्चर पर देनी पड़ी सफाई, जानिए क्या है पूरा मामला?

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को एक बार फिर से सफाई देनी पड़ी है। इस बार उन्होंने कोई राजनीतिक बयान नहीं दिया न ही किसी नेता को बुरा भला कहा है बल्कि उनकी एक फोटो वायरल हुई, इस वायरल फोटो को देखकर अब उनको सफाई देनी पड़ी है। इससे पहले भी कई ऐसे मुद्दे सामने आए जिसमें टिकैत को सफाई देनी पड़ी थी। हालांकि वो राजनीतिक मुद्दे थे मगर इस बार ये मामला उनसे एकदम अलग है।

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दरअसल किसान आंदोलन के दौरान किसान संगठनों ने कई सारे इंटरनेट मीडिया पर एकाउंट बनाए थे। इसी में एक एकाउंट किसान आइटी सेल का भी है। इसी एकाउंट से एक फोटो और चंद लाइनें ट्वीट की गई है। इसमें लिखा गया है कि आज जब मैं सुबह उठा तो 5,6 लोगों ने एक फ़ोटो सेंड की और बोले की देखो आपके किसान नेता राकेश टिकैत दारू पी रहे हैं...।। मेरे प्यारे अंधभक्तों आज सिद्ध हो गया की आपके पास दिमाग नहीं है, 2 रंग की दारू अरे भक्तों ये गिलास ही कलर वाले हैं.
मालूम हो कि किसान आंदोलन के दौरान राकेश टिकैत किसानों के नेता बनकर उभरे हैं। यूपी गेट पर एक साल से अधिक समय तक चले आंदोलन का उन्होंने नेतृत्व किया। केंद्र सरकार ने जब किसानों की तीनों मांगे मान ली उसके बाद बकायदा घर वापसी की गई। किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली की तीनों सीमाओं पर किसानों ने कब्जा कर रखा था, इस दौरान दिल्ली को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। टोल नाके एक साल से अधिक समय तक बंद रहे, जिन जगहों पर आंदोलन चल रहा था उसके आसपास की दुकानें, पेट्रोल पंप, होटल सहित अन्य चीजें पूरी तरह से बंद रहे।

इस दौरान दुकानदारों, पेट्रोल पंप मालिकों और आसपास के गांव के लोगों ने किसानों को हटने के लिए अपना विरोध भी दर्ज कराया मगर कोई कामयाबी नहीं मिली। आंदोलन के दौरान किसान धरना स्थलों पर कई दिल दहला देने वाले हादसे भी हुए। जिसके बारे में सुनकर लोग दंग भी रह गए थे।

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