राकेश टिकैत ने किसानों के मान सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा हेतु अब 5 सितंबर के लिए की ये अपील
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अब पूरा फोकस 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली किसान महापंचायत पर फोकस कर दिया है। उन्होंने इसके लिए एक नारा भी दे दिया है जिसमें किसान संगठनों और उससे जुड़े लोगों से अपील की गई है।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अब पूरा फोकस 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली किसान महापंचायत पर फोकस कर दिया है। उन्होंने इसके लिए एक नारा भी दे दिया है जिसमें किसान संगठनों और उससे जुड़े लोगों से अपील की गई है, जिसमें कहा गया है कि 5 सितंबर चलो मुजफ्फरनगर, किसानों के मान सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा हेतु आप सभी किसान महापंचायत में सम्मिलित हो। राकेश टिकैत ने अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट ट्विटर हैंडल से इसे ट्वीट भी किया है। इस ट्वीट के साथ उन्होंने एक पोस्टर भी पोस्ट किया है।
इससे पहले राकेश टिकैत ने ट्विटर पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदल दी थी, वो एकदम साधारण लुक में आ गए थे मगर फिर कुछ दिनों के बाद ही वो अपने पुराने किसान लुक में नजर आने लगे हैं उन्होंने हरी टोपी वाली नई तस्वीर लगा दी। इससे पहले 21 जुलाई को उन्होंने अपनी हरी टोपी वाली तस्वीर को हटा दिया था और बिना टोपी की तस्वीर लगा दी थी, अब 21 दिनों के बाद ही उन्होंने पुरानी तस्वीर फिर से अपलोड कर दी है।
5 सितंबर चलो मुजफ्फरनगर
किसानों के मान सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा हेतु आप सभी किसान महापंचायत में सम्मिलित हो ।#FarmersProtest pic.twitter.com/4uclNLYJXt— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) August 31, 2021
उधर कुछ दिन पहले हरियाणा में किसानों पर पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज पर राकेश टिकैत ने गहरा आक्रोश जताया था। हरियाणा पुलिस की ओर से किसानों पर किए गए लाठीचार्ज से वो इतने खफा हुए कि उन्होंने मुख्यमंत्री खट्टर की तुलना अंग्रेज जनरल डायर तक से कर दी थी। अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर का व्यवहार जनरल डायर जैसा है। जो अत्याचार हरियाणा पुलिस ने किसानों पर किया वह बर्दाश्त नही हो सकता, किसान सबका हिसाब करेगा। अपने इस ट्वीट के साथ उन्होंने लाठीचार्ज के दौरान घायल हुए एक किसान की फोटो भी ट्वीट की थी, इसे उनके ट्विटर एकाउंट पर देखा भी जा सकता है।
मालूम हो कि 29 अगस्त को करनाल में सीएम के कार्यक्रम के दौरान कुछ किसानों ने काले झंडे लेकर विरोध जताया था। चंडीगढ़ दिल्ली-हाईवे पर किसानों ने जाम लगाया इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इस लाठीचार्ज में करीब एक दर्जन किसान घायल हो गए था। इस घटना के बाद भाकियू प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानों के नाम वीडियो संदेश जारी किया था जिसमें किसानों से सभी टोल पर जाम लगाने का आह्वान किया था। उनके आह्वान के बाद पूरे हरियाणा में किसान सड़कों पर उतर आए थे।
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