Rail News: रेलवे ने दी सफाई, अधिक ट्रेनें चलाने का गलत मतलब निकाल रहे लोग, अफवाहों पर न दें ध्यान
कोरोना संक्रमण फैलने के बाद अब तरह-तरह की अफवाहें भी फैलने लगी हैं। रेलवे स्टेशनों पर उमड़ रही भीड़ को देखकर अफवाहें फैलाई जा रही हैं। बढ़ी भीड़ को ध्यान में रखते हुए रेलवे की ओर से भी सफाई दी गई है।
By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 03:41 PM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 04:49 PM (IST)
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। कोरोना संक्रमण फैलने के बाद अब तरह-तरह की अफवाहें भी फैलने लगी हैं। कामकाजी और मजदूर वर्ग इससे खासे परेशान हैं। रेलवे स्टेशनों पर उमड़ रही भीड़ को देखकर भी तरह-तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। लोगों ने तो यहां तक कहना शुरू कर दिया है कि अभी नाइट कर्फ्यू लगा है उसके बाद लॉकडाउन लगाया जाएगा। पिछली बार लोगों को कई किलोमीटर पैदल ही चलना पड़ा था, इस वजह से अबकी बार लोग पहले ही अपने घरों को पहुंच जाना चाहते हैं।
बड़े शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता के स्टेशनों पर तो दिहाड़ी मजदूरों और अन्य की भीड़ लगने लगी है। इन शहरों में कई फैक्ट्री मालिकों ने तो अपने यहां काम करने वाले मजदूरों से कह दिया है कि वो घर चले जाएं, वरना बाद में मुसीबत होगी तो वो जिम्मेदार नहीं होंगे। इस तरह की बातें सामने आने के बाद अब ऐसे वर्ग के लोग स्टेशन पर पहुंचकर ट्रेन से अपने घरों को जाने के लिए निकल लिए हैं। इस वजह से स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या भी अधिक दिखने लगी है।
स्टेशनों पर बढ़ी भीड़ को ध्यान में रखते हुए रेलवे की ओर से भी सफाई दी गई है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि साल 2020 में लॉकडाउन के दौरान जो ट्रेनें बंद की गई थी, अब तक उसमें से अधिकतर पटरी पर चलने लगी है मगर ये बात भी सच है कि स्थिति अभी पहले की तरह नहीं हो पाई है। लॉकडाउन के दौरान बंद की गई ट्रेनों में से 88 फीसद पटरी पर चल रही हैं।
उत्तर रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार ने भी कहा है कि यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि नाइट कर्फ्यू लगने के बाद दिल्ली के रेलवे स्टेशनों खासकर नई दिल्ली और आनंद विहार में यात्रियों की भीड़ बढ़ गई है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है। रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या सामान्य है। आम दिनों में भी इन्हीं दोनों स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या अधिक रहती है।
उन्होंने बताया कि साल 2020 में कोरोना संकट शुरू होने से पहले दिल्ली क्षेत्र से 375 ट्रेनें चला करती थीं। इस साल अभी तक 305 ट्रेनें पटरी पर दौड़ रही हैं। एक्सप्रेस बनकर चलने वाली लोकल ट्रेनों को छोड़कर अन्य सभी ट्रेनों में सिर्फ कंफर्म आरक्षित टिकट लेकर ही यात्री सफर कर सकता है। प्लेटफार्म पर सिर्फ कंर्फम टिकट वालों को प्रवेश दिया जा रहा है, इसलिए स्टेशनों पर भीड़ बढ़ने की कोई गुंजाइश नहीं है। जो टिकट लेकर आ रहा है उसको स्टेशन पर जाने दिया जा रहा है।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें