रेलवे स्टेशन दिखा रहे पर्यावरण संरक्षण की राह, राजधानी के सभी बड़े स्टेशनों को मिला चुका है प्रमाण पत्र
नई दिल्ली सहित लगभग सभी स्टेशनों को इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आइजीबीसी) व अन्य संस्थाओं द्वारा प्रमाण पत्र दिए गए हैं। एक तरह से दिल्ली रेलवे स्टेशन अन्य सरकारी व सार्वजनिक परिसरों को पर्यावरण संरक्षण की राह दिखा रहे हैं।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। राजधानी के भीड़ भाड़ वाले रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं बढ़ाने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। स्टेशन की इमारत और कामकाज को पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। इस प्रयास के सकारात्मक परिणाम आने लगे हैं। नई दिल्ली सहित लगभग सभी स्टेशनों को इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आइजीबीसी) व अन्य संस्थाओं द्वारा प्रमाण पत्र दिए गए हैं। एक तरह से दिल्ली रेलवे स्टेशन अन्य सरकारी व सार्वजनिक परिसरों को पर्यावरण संरक्षण की राह दिखा रहे हैं।
नई दिल्ली को मिला है प्लेटिनम रेटिंग
राजधानी के सबसे व्यस्त स्टेशन नई दिल्ली पर यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पिछले कई वर्षों से काम चल रहा है। वर्ष 2018 में आइजीबीसी द्वारा इस स्टेशन को सिल्वर रेटिंग दी गई थी। उसके बाद कोरोना काल में भी यात्रियों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने और पर्यावरण के लिए किए गए सुधार कार्यों की वजह से पिछले वर्ष इसे प्लेटिनम रेटिंग दी गई। उत्तर रेलवे केंद्रीय अस्पताल को भी प्लेटिनम रेटिंग मिली है।
अन्य स्टेशनों को भी प्रमाण पत्र
आनंद विहार टर्मिनल को आइजीबीसी द्वारा सिल्वर रेटिंग दी गई है। वहीं, पिछले वर्ष दिल्ली सराय रोहिल्ला और दिल्ली छावनी स्टेशन भी सिल्वर रेटिंग हासिल करने में सफल रहे हैं। पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर उपलब्ध सुविधाओं और सफाई व्यवस्था के लिए आइएसओ-14001:2015 प्रमाण पत्र मिला है।
रेलवे स्टेशनों पर उठाए गए कदम
- नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन और दिल्ली सराय रोहिल्ला सहित अन्य स्टेशनों पर सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। इमारत की छत और प्लेटफार्म शेड पर सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं।
- स्टेशनों को प्लास्टिक फ्री बनाया गया है। पानी व अन्य पेय पदार्थ के प्लास्टिक बोतल के सुरक्षित निस्तारण के लिए कई स्टेशनों पर मशीन लगाई गई है।
- बिजली बचत के लिए यहां के स्टेशनों पर 100 प्रतिशत एलईडी लाइटें लगाई गई हैं।
- नई दिल्ली सहित लगभग सभी प्रमुख स्टेशनों से इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है।
- नई दिल्ली सहित अन्य बड़े स्टेशनों पर मशीन से सफाई की व्यवस्था की गई है।
- पर्याप्त संख्या में शौचालय और इनकी सफाई की व्यवस्था।
- स्वयं सेवी संस्थाओं के सहयोग से कचरे के सुरक्षित निस्तारण की व्यवस्था।
- जल संरक्षण के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं। कोच की मशीन से सफाई व जल शोधन कर उसके फिर से इस्तेमाल की व्यवस्था।
इस तरह की जाती है रेटिंग
आइजीबीसी द्वारा स्टेशनों का सर्वे करने के बाद 100 में से प्राप्त अंक के आधार पर रेटिंग दी जाती है। 50 से 59 अंक लाने वाले स्टेशन को अच्छे प्रयास के लिए प्रमाण पत्र मिलता है। 60 से 69 अंक लाने पर सिल्वर, 70 से 79 अंक के गोल्ड और इससे ऊपर के लिए प्लेटिनक रेटिंग मिलती है।