विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त करने के बाद दो साल के भीतर एनएसयूटी में बढ़ी 1,594 सीटें : प्रो. जय प्रकाश सैनी
कुलपति प्रो. जय प्रकाश सैनी ने बताया कि वेस्ट कैंपस में सिविल इंजीनियरिंग इंफॉरमेंशन टेक्नोलॉजी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) व मैकेनिकल इंजीनियरिंग (इलेक्ट्रिक विहिकल्स) कोर्स की शुरुआत की गई है और तीनों ही कोर्स में 60-60 सीटें हैं। इससे छात्रों को फायदा होगा।
नई दिल्ली, मनीषा गर्ग। द्वारका सेक्टर-3 स्थित नेताजी सुभाष प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एनएसयूटी) से संबद्ध हुए गीता कॉलोनी स्थित अंबेडकर इंस्टिट्यूट ऑफ एडवांस कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च (ईस्ट कैंपस) व जाफरपुर स्थित चौ. ब्रह्म प्रकाश इंजीनियरिंग कॉलेज (वेस्ट कैंपस) में इस वर्ष कई नए स्नातक व स्नातकोत्तर कोर्स की शुरुआत की गई है। साथ ही सीटों में भी इजाफा किया गया है।
कुलपति प्रो. जय प्रकाश सैनी ने बताया कि वेस्ट कैंपस में सिविल इंजीनियरिंग, इंफॉरमेंशन टेक्नोलॉजी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) व मैकेनिकल इंजीनियरिंग (इलेक्ट्रिक विहिकल्स) कोर्स की शुरुआत की गई है और तीनों ही कोर्स में 60-60 सीटें हैं।
वहीं ईस्ट कैंपस की बात करें तो यहां कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (बिग डाटा एनालिटिक्स) जिसमें 60 और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग) कोर्स जिसमें 120 सीट हैं कि शुरुआत हुई है। स्नातकोत्तर कोर्सों की बात करें तो वेस्ट कैंपस में इंवायरमेंटल इंजीनियरिंग और ईस्ट कैंपस में सिग्नल प्रोसेसिंग, डिजीटल कम्युनिकेशन, इंफॉरमेंशन सिक्योरिटी और आरएफ एंड माइक्रोवेव इंजीनियरिंग कोर्स की शुरुआत की गई है। इसके अलावा इस वर्ष बैचलर ऑफ बिजिनेस एडमिनिस्ट्रेशन, बैचलर ऑफ फैशन टैक्नोलॉजी, एमबीए और एमबीए (इनोवेशन इंटरप्रीनियोरशिप एंड वेंचर डेवलपमेंट) कोर्स भी शुरुआत की गई है।
प्रो. जय प्रकाश सैनी ने बताया कि विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त करने के दो वर्ष के भीतर एनएसयूटी में स्नातक व स्नातकोत्तर कोर्सों के साथ सीटों में काफी इजाफा हुआ है। पहले स्नातक में जहां 913 सीटें थी वे बढ़कर अब 2011 हो गई है।
वहीं स्नातकोत्तर में 159 सीटें थी तो जो बढ़कर 585 कर दी गई है। पीएचडी कोर्सों की बात करें तो उनमें 30 सीटों को बढ़ाकर 100 कर दिया गया है। इसके अलावा हर साल करीब 275 कंपनियां प्लेसमेंट के लिए विश्वविद्यालय आती है। जिसमें सभी नामचीन कंपनियां शामिल है। एक विद्यार्थी को विश्वविद्यालय से 70 लाख रुपये का पैकेज मिल चुका है। जबकि साढ़े 13 लाख रुपये का पैकेजे विश्वविद्यालय के कई विद्यार्थी प्राप्त कर चुके है। विश्वविद्यालय में सात कंप्यूटर लैब तैयार की जा रही है। जिसमें 750 कंप्यूटर की व्यवस्था की गई है।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो