कैंसर संस्थान में शीशे हटाकर संक्रमण को मात देने की तैयारी
कोरोना के कारण दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान में 1 अप्रैल से ही सेवाएं बंद होनी शुरू हो गई है। बीते 1 महीने से यहां कीमोथेरेपी रेडियोथेरेपी मरीजों के दाखिले और इमरजेंसी बंद है।
नई दिल्ली (स्वदेश कुमार)। कोरोना के संक्रमण की चपेट में आए जीटीबी अस्पताल परिसर में स्थित दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान अब इससे निपटने की तैयारी में जुट गया है। इसके तहत अस्पताल की दीवार में लगे शीशों को हटाया जा रहा है। दरअसल अस्पताल में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलने का एक कारण यह निकलकर आया कि इसमें वेंटिलेशन की व्यवस्था नहीं थी।
दीवारों पर चढ़ी है शीशे की चादर
सभी दीवारों पर शीशे की चादर चढ़ी हुई है। कहीं से भी हवा की आवाजाही नहीं है। पूरे अस्पताल परिसर में सेंट्रल एसी लगा हुआ है। इसकी वजह से यहां पंखे तक नहीं लगाए गए। इसे देखते हुए अब बदलाव किए जा रहे हैं। बता दें कि यहां के 26 कर्मचारियों सहित कुल 32 लोग कोरोना की चपेट में आ गए। इनमें चार मरीज भी थे, जिनमें दो की मौत हो गई।
अस्पताल में एक अप्रैल से बंद हैं सेवाएं
इसकी वजह से अस्पताल में एक अप्रैल से ही सेवाएं बंद होनी शुरू हो गई है। पिछले एक महीने से यहां कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी, मरीजों के दाखिले और इमरजेंसी जैसी सेवाएं बंद पड़ी हैं। 21 अप्रैल से इसे शुरू भी किया गया लेकिन अगले ही दिन एक और कर्मचारी के पीड़ित होने के कारण इसे एक दिन बाद ही बंद कर दिया गया।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के जरिए खोली गई ओपीडी में आ रहे गिने-चुने मरीज
यहां सिर्फ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के जरिये ओपीडी खोली गई है। इसमें कुछ मरीज आ रहे हैं। लेकिन, अस्पताल प्रशासन सभी सेवाएं जल्द से जल्द शुरू करना चाहता है। इसके लिए अस्पताल के ढांचे में बदलाव किए जा रहे हैं। सेंट्रल एसी को बंद कर दिया गया है। बता दें कि दिल्ली में कोरोना का कहर जारी है। हालांकि सरकार हर स्तर पर इससे लड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
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