Delhi News: मानसून में बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने में जुटी बिजली कंपनियां
बारिश व तेज हवा चलने से बिजली लाइन में आने वाली खराबी को ठीक करने के लिए कर्मचारियों की टीम तैनात की गई हैजिससे कि बिजली आपूर्ति में किसी तरह की परेशानी न हो।मानसून एक्शन प्लान के तहत निचले इलाकों में लगे ट्रासफार्मर के आधार को ऊंचा किया गया है।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। मानसून में बिजली आपूर्ति बाधित होने के साथ ही दुर्घटना का खतरा बना रहता है। इसे ध्यान में रखते हुए बिजली वितरण कंपनियों (डिस्काम) ने तैयारी शुरू कर दी है। स्ट्रीट लाइट, ट्रांसफार्मर व अन्य उपकरणों की जांच की जा रही है। उपभोक्ताओं से भी सचेत रहने को कहा गया है।
बारिश और तेज हवा चलने से खराबी ठीक करने के लिए टीम तैनात
बारिश व तेज हवा चलने से बिजली लाइन में आने वाली खराबी को ठीक करने के लिए कर्मचारियों की टीम तैनात की गई है जिससे कि बिजली आपूर्ति में किसी तरह की परेशानी न हो। मानसून एक्शन प्लान के तहत निचले इलाकों में लगे ट्रासफार्मर के आधार को ऊंचा किया गया है।
ट्रांसफार्मर के पास होगी फेंसिंग
ट्रांसफार्मर के आसपास फेंसिंग की गई है जिससे कि उसके पास कोई नहीं पहुंच सके। स्विचगियर्स के ऊपर शेड लगाए हैं। वृक्षों के शाखाओं की छंटाई की गई है। टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) के चीफ आपरेशन एंड सेफ्टी सुब्रत दास का कहना है मानसून के दौरान बिजली संबंधी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
निरीक्षण में कमी मिलने पर किया जाएगा दूर
लगभग1.3 लाख स्ट्रीट लाइट के खंभे, ट्रांसफार्मर की फेंसिंग, पिलर बाक्स आदि की जांच की गई है। दो सौ से ज्यादा एटीएम बूथ, साप्ताहिक बाजारों आदि का निरीक्षण कर कमी मिलने पर उसे दूर किया गया है। नियमों का उल्लंघन करने वाले उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन काटने जैसे सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
अर्थ लीकेज सर्किट ब्रेकर जरूर लगाएं
बांबे सब आर्बन इलेक्ट्रिक सप्लाई (बीएसईएस) के प्रवक्ता का कहना है कि मानसून में जगह-जगह पानी जमा होने से बिजली संबंधी दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। बारिश के दिनों में बिजली के खंभों, सब-स्टेशनों, ट्रांसफार्मर और स्ट्रीट लाइट से दूर रहना चाहिए। बच्चों को भी उसके आसपास नहीं जाने देना चाहिए। उपभोक्ताओं को घर में अर्थ लीकेज सर्किट ब्रेकर (ईएलसीबी) लगाना चाहिए। इस उपकरण से घर में बिजली के छोटे से छोटे लीकेज का भी पता चल जाता है। लीकेज होने पर घर में बिजली आपूर्ति बंद हो जाती है जिससे किसी तरह की दुर्घटना से बचा जा सकता है।