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दिल्ली-एनसीआर में फिर बढ़ा प्रदूषण का स्तर, बहुत खराब स्थिति में पहुंच सकती है हवा

सफर इंडिया के अनुसार पंजाब व हरियाणा में पराली जलाने की 499 घटनाएं सामने आई हैं। फिर भी दिल्ली एनसीआर के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी सिर्फ चार फीसद ही रही। एक दिन पहले पराली जलाने की 136 घटनाएं सामने आई थी।

By JP YadavEdited By: Published: Sun, 29 Nov 2020 10:25 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 10:25 AM (IST)
सोमवार को प्रदूषण बहुत खराब स्थिति से पहुंच सकता है।

नई दिल्ली, जागरण न्यूज नेटवर्क। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण से राहत मिली हुई है, लेकिन यह खराब श्रेणी में ही बना हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार रविवार को भी प्रदूषण का स्तर खराब से बहुत खराब श्रेणी के बीच रहने का अनुमान है। सोमवार को प्रदूषण बहुत खराब स्थिति से पहुंच सकता है। इससे पहले भी दिल्ली एनसीआर में शनिवार को एक बार फिर प्रदूषण का स्तर थोड़ा बढ़ गया। शुक्रवार के मुकाबले हवा की गति थोड़ी कम होने के कारण फरीदाबाद को छोड़कर दिल्ली एनसीआर के अन्य सभी जगहों पर एयर इंडेक्स 200 को पार कर गया। इस वजह से हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई। हालांकि राहत की बात यह है कि एयर इंडेक्स खराब श्रेणी में निचले स्तर पर ही दर्ज किया गया।

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 एक दिन पहले दिल्ली एनसीआर में सभी जगह हवा की गुणवत्ता मध्यम श्रेणी में दर्ज किया गया था। तब तेज हवा चलने के कारण दिल्ली और इसके आसपास के शहरों में एयर इंडेक्स 200 के नीचे आ गया था। तब दिल्ली में एयर इंडेक्स 137, फरीदाबाद में 134, गाजियाबाद में 29, नोएडा में 125 और गुरुग्राम में सबसे कम 107 एयर इंडेक्स दर्ज किया गया था। इससे लोगों को प्रदूषण से राहत मिली थी। शनिवार सुबह दिल्ली में उत्तर की तरफ से चलने वाली हवा की गति 10 किलोमीटर प्रतिघंटे थी। दोपहर में हवा की दिशा में थोड़ी बदलाव हुआ और उत्तर पश्चिम हवा की गति भी कम रही। इस वजह से दिल्ली में एयर इंडेक्स 231 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में है। वहीं एनसीआर के शहरों में गाजियाबाद में एयर इंडेक्स 240 दर्ज किया गया। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व गुरुग्राम में भी एयर इंडेक्स 200 से अधिक रहा। लेकिन फरीदाबाद में एयर इंडेक्स 200 से नीचे मध्यम श्रेणी में दर्ज किया गया। स

सफर इंडिया के अनुसार पंजाब व हरियाणा में पराली जलाने की 499 घटनाएं सामने आई हैं। फिर भी दिल्ली एनसीआर के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी सिर्फ चार फीसद ही रही। एक दिन पहले पराली जलाने की 136 घटनाएं सामने आई थी। इस तरह पराली जलाने की घटनाएं बढ़ी। फिर भी दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण की हिस्से दारी में पराली के धुएं की हिस्सेदारी अभी न के बराबर ही है। लिहाजा, प्रदूषण के लिए स्थानीय कारण अधिक जिम्मेदार रहे। 

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