कैशियर लूट मामले में पुलिस ने किया खुलासा: पैरोल पर बाहर आकर करने लगे थे लूटपाट, दो गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कश्मीरी गेट इलाके में गत दिनों कैशियर से साढ़े छह लाख रुपये की लूटपाट में दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कश्मीरी गेट इलाके में गत दिनों कैशियर से साढ़े छह लाख रुपये की लूटपाट में दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पैरोल पर बाहर आने के बाद बदमाश लूटपाट करने लगे थे। आरोपितों की पहचान मनीष कुमार और करण कुमार के रूप में हुई है। करण मनीष का चचेरा भाई है। पुलिस ने उनके पास से लूटी गई रकम सहित एक स्कूटी और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी राकेश पावरिया ने बताया कि बवाना औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक निजी कंपनी में कैशियर गत 17 अगस्त को कंपनी के रुपए एकत्र कर मोटरसाइकिल से वापस लौट रहे थे। उनके बैग में करीब साढ़े छह लाख रुपये थे। जैसे ही वे हनुमान मंदिर, यमुना बाजार के समीप पहुंचे। स्कूटी सवार दो बदमाशों ने उन्हें रोका और जबरन रुपये से भरा उनका बैग लूट फरार हो गए थे। इस संबंध में कश्मीरी गेट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं, क्राइम ब्रांच भी बदमाशों पर नजर रख रही थी। छानबीन के दौरान क्राइम ब्रांच को पता चला कि वारदात में मनीष कुमार और करण कुमार शामिल थे।
जिसके बाद इंस्पेक्टर दिनेश कुमार की टीम ने 23 अगस्त को दोनों को धर दबोचा। तलाशी में उनके पास से लूटी गई नकदी और वारदात में प्रयुक्त स्कूटी इत्यादि बरामद हुई। पूछताछ में पता चला कि मनीष पर तीन मुकदमें दर्ज हैं। वह पहले टैक्सी चलाता था। वर्ष 2008 में उसने अपने साथियों के साथ एयरपोर्ट पर आए एक एनआरआई से लूटपाट कर उसकी हत्या कर दी थी।
इस मामले में उसे उम्र कैद की सजा मिल चुकी है। इस वर्ष मार्च में वह जेल से पैरोल पर बाहर आया था। एक मामले मे जेल में बंद उसका चचेरा भाई करण भी हाल ही में पैरोल पर छूटा था। मनीष को पुरानी दिल्ली के बाजार में लेनदेन करने वालों की जानकारी थी। लिहाजा दोनों ने मिलकर नकदी ले जाने वालों को लूटने की योजना बना वारदात को अंजाम दिया था।
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