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केजरीवाल सरकार की पहल से दिल्ली-NCR में राहत, प्लाज्मा बैंक से 710 लोगों को मिला मुफ्त प्लाज्मा

दिल्ली सरकार द्वारा कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए शुरूू किए गए प्लाज्मा थेरेपी दिल्ली -एनसीआर में गंभीर रूप से बीमार कोरोना मरीजों के शीघ्र स्वस्थ्य करने में कारगर साबित हुआ है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 07:23 PM (IST)Updated: Wed, 12 Aug 2020 07:10 AM (IST)
केजरीवाल सरकार की पहल से दिल्ली-NCR में राहत, प्लाज्मा बैंक से 710 लोगों को मिला मुफ्त प्लाज्मा
केजरीवाल सरकार की पहल से दिल्ली-NCR में राहत, प्लाज्मा बैंक से 710 लोगों को मिला मुफ्त प्लाज्मा

नई दिल्ली [वी के शुक्ला]। कोरोना वायरस के मद्देनजर दिल्ली में प्लाज्मा बैंक खोलने की केजरीवाल सरकार की निजी पहल कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए फायदे की बात साबित हो रही है। कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों के साथ प्लाज्मा थेरेपी दिल्ली-एनसीआर में गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 मरीजों के शीघ्र स्वस्थ्य करने में कारगर साबित हुई है।

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देश का पहला प्लाज्मा बैंक

दिल्ली सरकार ने देश का पहला प्लाज्मा बैंक 2 जुलाई को आइएलबीएस में शुरू किया था, जिसका उद्देश्य कोविड के मरीजों को नि:शुल्क उच्च गुणवत्ता का प्लाज्मा प्रदान करना था। इसके बाद दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में एक और प्लाज्मा बैंक शुरू किया गया, जिससे अब तक 710 लोगों को मुफ्त प्लाज्मा दिया गया है। इससे कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज संभव हो पाया। अब तक 921 लोग प्लाज्मा दान कर चुके हैं। दिल्ली सरकार का मानना है कि दिल्ली मॉडल का यह सिस्टम कोविड इलाज प्रतिक्रिया में एक महत्वपूर्ण तत्व रहा है और अब देश के अन्य राज्यों द्वारा भी अपनाया जा रहा है। इस पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली सरकार द्वारा राजधानी के दो अस्पताल में बनाए गए प्लाज्मा बैंक से दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार व एमसीडी के अस्पतालों के अलावा सभी निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे कोरोना के गंभीर मरीजों को निशुल्क प्लाज्मा उपलब्ध कराया जा रहा है।

दोनों प्लाज्मा अस्पतालों में सभी ब्लड ग्रुप का प्लाज्मा है उपलब्ध

केजरीवाल ने कहा कि कोविड-19 मरीजों की मृत्यु दर कम करने में प्लाज्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जब तक कोई टीका नहीं आता है, तब तक प्लाज्मा थेरेपी को कोविड -19 के प्रभावी उपचार के रूप में देखा जाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने बताया कि आइएलबीएस और लोकनायक अस्पताल में स्थापित प्लाज्मा बैंक में सभी ब्लड ग्रुप का प्लाज्मा उपलब्ध है। यहां तक कि एबी ब्लड ग्रुप का प्लाज्मा मिलने में दिक्कत होती है, लेकिन प्लाज्मा बैंक के स्टॉक में एबी ब्लड ग्रुप का प्लाज्मा भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।

कोरोना से पीड़ित 522 पुरुष और 188 महिलाएं हुईं लाभांवित

डॉक्टर की सलाह पर अब तक एबी ग्रुप के 90 मरीजों को प्लाज्मा दिया जा चुका है। इसके अलावा दोनों प्लाज्मा बैंक के स्टॉक से ए ब्लड ग्रुप के 171, ओ ग्रुप के 180 और बी ब्लड ग्रुप के 269 मरीजों को प्लाज्मा दिया जा चुका है और उनकी जान बचाई जा सकी है। उन्होंने बताया कि प्लाज्मा थेरेपी ने गंभीर रूप से बीमार मरीजों को स्वस्थ करने में उत्साहजनक परिणाम दिखाया है। प्लाज्मा बैंक से अब तक 60 साल से कम उम्र के 388 मरीजों को उच्च गुणवत्ता का प्लाज्मा उपलब्ध कराया जा चुका है। 60 साल से ऊपर की उम्र के 322 मरीजों को प्लाज्मा दिया जा चुका है, जो कोरोना से गंभीर रूप से बीमार होने के कारण खतरे में थे। इसमें सबसे कम उम्र के 18 वर्षीय युवक को उच्च गुणवत्ता का प्लाज्मा दिया गया है, जबकि सबसे अधिक उम्र के 94 वर्षीय एक बुजुर्ग को प्लाज्मा दिया गया है। इसी तरह, अब तक दोनों प्लाज्मा बैंकों के स्टॉक से कोरोना से पीडि़त 522 पुरुष और 188 महिलाएं लाभांवित हुई हैं।

209 उद्यमियों व 86 स्वास्थ्यकर्मियों ने किया प्लाज्मा दान

कोविड-19 से ठीक हो चुके अब तक 921 लोगों ने आइएलबीएस प्लाज्मा बैंक में आकर प्लाज्मा दान किया है, जिसमें 86 स्वास्थ्यकर्मी, 209 उद्यमी, 8 मीडियाकर्मी, 28 पुलिस अधिकारी, 50 छात्र, 32 सरकारी अधिकारी और नौकरी पेशा आदि समेत 508 अन्य लोग शामिल हैं। वहीं, कोविड-19 से ठीक हो चुके करीब 14 लोगों ने एक से अधिक बार प्लाज्मा दान किया है।


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