Delhi Vaccination Latest Update: टीकाकरण के लिए उम्र की बाध्यता में ढील देने की मांग, HC में दायर हुई याचिका
विधि के एक छात्र ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। मांग की गई है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए टीकाकरण को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसके लिए आयु प्रतिबंधों में भी ढील दिया जाना जरूरी है।
नई दिल्ली [विनीत त्रिपाठी]। राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेज गति से इजाफा हुआ है। इस बीच विधि के एक छात्र ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। इसमें टीकाकरण के लिए उम्र की बाध्यता में ढील देने की मांग की गई है। इसके साथ ही घर-घर जाकर टीकाकरण करने और निजी क्षेत्र की इसमें भागीदारी बढ़ाने के लिए निर्देश देने की मांग की है। जागरण संवाददाता के मुताबिक, विधि छात्र मृगांक मिश्रा ने अधिवक्ता कुशाल कुमार के माध्यम से याचिका दायर की है। इसमें दिल्ली में वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और गरीब नागरिकों को टीकाकरण का लाभ देने के लिए नीति बनाने का निर्देश देने की भी मांग की है।
छात्र मृगांक मिश्रा ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए टीकाकरण को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इसके लिए आयु प्रतिबंधों में भी ढील दिया जाना जरूरी है। कई विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि कोरोना वैक्सीन अभियान में निजी क्षेत्र की भागीदारी टीकाकरण कार्यक्रम को लाभ पहुंचा सकती है।
दिल्ली में बढ़ी टीका लगवाने वालों की संख्या
दिल्ली में 24 घंटे टीकाकरण की सुविधा के बाद टीकाकरण का आंकड़ा बढ़ रहा है। हालांकि, इसकी गति काफी धीमी है। बृहस्पतिवार को 83,437 लोगों ने टीका लगवाया। इसमें 72,267 लोगों ने टीके की पहली डोज लगवाई। पहली डोज लगवाने वालों में 60 साल से अधिक उम्र के 23,800 लोग, 45 से 59 साल के 47,382 लोग शामिल हैं। इनके अलावा 595 अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों पर तैनात और 490 स्वास्थ्यकर्मियों ने भी टीका लगवाया। वहीं, दूसरी डोज लगवाने वालों में 11,170 लोग शामिल रहे। वहीं, टीका लगवाने के बाद सिर्फ दो लोगों में ही हल्का दुष्प्रभाव हुआ।
आठ अप्रैल को शाम छह बजे तक टीकाकरण के आंकड़े
- कुल टीकाकरण-83,437
- पहली डोज-72,267
- पहली डोज लेने वाले बुजुर्ग-23,800
- पहली डोज लेने वाले 45 से 59 साल के लोग-47,382
- पहली डोज लेने वाले अग्रिम पंक्ति के कर्मचारी-595
- पहली डोज लेने वाले स्वास्थ्य कर्मी-490
- दूसरी डोज लेने वाले लोग-11,170