द्वारका में फ्लैट देने के नाम पर 29 करोड़ रुपये की ठगी में शख्स गिरफ्तार
ईओडब्ल्यू के एडिशनल डिप्टी पुलिस कमिशनर के. रामेश ने बताया कि लोगों को आवास मुहैया करवाने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा लैंड पूलिंग योजना की घोषणा की गई है। हालांकि अभी तक किसी भी बिल्डर सोसायटी अथवा कंपनी को इसका लाइसेंस नहीं दिया गया है।
नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने द्वारका में फ्लैट देने के नाम पर लोगों से 29 करोड़ रुपये की ठगी में एयरोसिटी द्वारका सीजीएचएस लिमिटेड नाम की कंपनी के उपाध्यक्ष आकाश भारद्वाज को गिरफ्तार किया है। आरोपित की कंपनी ने डीडीए की लैंड पूलिंग योजना के तहत फ्लैट देने के नाम पर 250 लोगों से ठगी की है। इस मामले में पुलिल छह आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। फिलहाल मामले की छानबीन जारी है।
लोगों को ठगने का किया जा रहा प्रयास
ईओडब्ल्यू के एडिशनल डिप्टी पुलिस कमिशनर के. रामेश ने बताया कि लोगों को आवास मुहैया करवाने के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा लैंड पूलिंग योजना की घोषणा की गई है। हालांकि अभी तक किसी भी बिल्डर, सोसायटी अथवा कंपनी को इसका लाइसेंस नहीं दिया गया है। इसी बीच कई फर्जी कंपनी व संस्था गलत तरीके से लोगों को ठगने में लगी हुई है। पुलिस में लगातार लैंड पूलिंग योजना के तहत फ्लैट देने के नाम पर ठगी की शिकायत मिल रही है।
इस मामले में पहले गिरफ्तार किए जा चुके हैं छह आरोपित
इसके मद्देनजर पुलिस कार्रवाई भी कर रही है। छानबीन में पुलिस को पता चला कि फर्जी सोसाइटी अपनी योजना के तहत बड़े पैमाने पर इंटरनेट मीडिया व अन्य माध्यम से लोगों से फंसा रही है। निवेशकों की शिकायत सही पाए जाने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। वहीं, ठगी में एयरोसिटी द्वारका सीजीएचएस लिमिटेड के कुल छह आरोपित पदाधिकारियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं ताजा मामले में फरार चल रहे शाहदरा निवासी आकाश भारद्वाज को भी पुलिस ने धर दबोचा गया। छानबीन में पता चला कि मात्र एक वर्ष में उसने लोगों से 29 करोड़ रुपये एकत्र किए थे।